हनुमंतपुरम गंगानगर के रहने वाला 23 वर्षीय मंयक कौशिक ऋषिकेश के एक निजी क्लीनिक में काम करता था। वह 30 सिंतबर की रात खाने के बाद टहलने के लिए घर से बाहर निकला था। परिजनों के अनुसार, मंयक ने फोन पर कहा था कि वह टहलकर जल्दी लौट आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
Uttarakhand | The only son of the family has been missing for 70 days in Rishikesh, parents warned of suicide.
उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां से बीते ढाई महीने से भी ज्यादा यानी 70 दिनों से मयंक नाम का एक युवक लापता है। इतना समय बीत जाने के बाद भी उस युवक का कोई पता नहीं चल सका है। ये युवक अपने माता पिता की इकलौती संतान है।
वहीं जवान बेटे के इतने दिनों से लापता होने के कारण माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। लाचार माता-पिता का कहना है कि वह ऋषिकेश कोतवाली पुलिस से लेकर डीजीपी तक से अपने बेटे को तलाश करने के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक उनका बेटा नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अगर उनका इकलौता बेटा जल्द ही घर नहीं लौटा तो वो खुदकुशी कर लेंगे।
यह मामला हनुमंतपुरम गंगानगर के रहने वाले 23 वर्षीय मंयक कौशिक का है जो ऋषिकेश के एक निजी क्लीनिक में काम करता था। वह 30 सिंतबर की रात काम से वापस आया और खाना खाने के बाद टहलने के लिए घर से बाहर निकल गया। परिजनों ने बताया कि मंयक ने फोन करके उनसे कहा था कि वह टहलकर जल्दी लौट आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तब से उसका फोन भी ऑफ है।
पिता ने बताया कि पुलिस ने 1 अक्टूबर को बेटे की गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। युवक के पिता पंकज कौशिक और माँ ने बेटे के न मिलने पर खुदकुशी की चेतावनी दी है। उधर पुलिस का कहना है कि युवक की खोजबीन जारी है। मंयक कौशिक के मोबाइल को ट्रेस किया जा रहा है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।