सिंगली और गलजवाड़ी इलाकों में दो बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिछले दो महीने से अभियान जारी था। वन विभाग की दो विशेष टीम ने जिले के रायपुर रेंज के सिंगली क्षेत्र में सघन गश्त किया, जहां तेंदुए को घूमते देखा गया था।
Uttarakhand: Man-Eater Leopard Responsible for Killing 2 Children Captured in Dehradun
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के बाहरी इलाके में दो बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले और कई स्थानीय लोगों पर हमला करने वाले आदमखोर तेंदुए को आखिरकार गुरुवार को वन विभाग की टीम ने दो महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ लिया और पिंजरे में कैद कर लिया।
सिंगली और गलजवाड़ी इलाकों में दो बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिछले दो महीने से इलाके में तलाशी अभियान जारी था। वन विभाग द्वारा गठित दो विशेष टीम ने जिले के रायपुर रेंज के सिंगली क्षेत्र में सघन गश्त किया, जहां तेंदुए को घूमते देखा गया था।
मसूरी प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) वैभव कुमार ने बताया कि जिस आदमखोर तेंदुए को पकड़ा गया है, वह पांच से छह साल का वयस्क तेंदुआ है। उन्होंने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए क्षेत्र में 12 पिंजरे, 40 कैमरा ट्रैप और चार लाइव कैमरे लगाए गए थे।
वहीं, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से तेंदुए के डर के साये में जी रहे क्षेत्र के लोगों ने आदमखोर जानवर के पकड़े जाने की खबर मिलने के बाद राहत की सांस ली है। आदमखोर तेंदुए के खौफ से ग्रामीण कई महीने से शाम के बाद घरों से नहीं निकल रहे थे।