हर साल बरसात से पहले आपदा से निपटने के लिए शासन-प्रशासन की कई दौर की बैठकें होती हैं और आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं। लेकीन इन निर्देशों पर बारिश ऐसा कहर बरपाती है कि सारे इंतजाम धरे रह जाते हैं और शासन की तैयारियों की पोल खोल कर रख देते हैं।
Uttarakhand | In Kalsi, Dehradun, the Amlawa river is in spate, the iron bridge broke, many houses were washed away
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के कालसी में साहिया मंडी के पास अमलावा नदी भयंकर उफान पर आ गई जिसके चलते एक लोहे का पुल टूट गया। वहीं साहिया के पास उदपाल्टा छानी में एक मकान पूरी तरह नदी में बह कर चला गया और लगभग आधे दर्जन मकानों को गिरने का खतरा बना हुआ है।
इसके अलावा अमलावा नदी के जलस्तर बढ़ने से टूटू कैंप और साहिया बाजार को भी खतरा बना हुआ है, जिसके चलते नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद रात को ही आननफानन में साहिया बाजार सहित कालसी रवाड़ा और व्यास लहरी में कई मकानों को खाली करा लिया गया है।
बता दें कि देहरादून जनपद के कालसी तहसील के अंतर्गत साहिया क्षेत्र में अमलावा नदी हर साल बरसात में कहर बनकर टूटती है। भारी बारिश और बादल फटने से लाखों रुपये के जान-माल का नुकसान होता आ रहा है। इस साल एक बार फिर अमलावा नदी उफान पर है और भयान कहर ढाने का संकेत दे रही है।
बरसात से पहले हर वर्ष किसी भी आपदा से निपटने के लिए शासन प्रशासन द्वारा बैठकें आयोजित की जाती हैं और आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए जाते हैं। लेकीन इन निर्देशों पर बारिश ऐसा कहर बरपाती है कि सारे इंतजाम धरे के धरे रह जाते हैं और शासन प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल कर रख देते हैं।
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