रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी अमेरिका से आई ऑगर मशीन की बेयरिंग खराब हो गई, जिसके कारण मशीन पाइप पुश नहीं कर पा रही है। इस कारण ऑगर मशीन से भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया। इसके साथ ही टनल में पाइप लाइन बिछाने का काम भी रूक गया है।
Silkyara Tunnel collapse | Drilling halted after laying of 24 metres of pipe in Uttarkashi
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग हादसे में फंसे 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान आज छठे दिन उस समय फिर रुक गया, जब रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी अमेरिकी मशीन फेल हो गई। अब इंदौर से तीसरी मशीन मंगाई जा रही है, जिसके आने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन एक बार फिर युद्ध स्तर पर शुरू किया जाएगा।
दरअसल आज रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी अमेरिका से आई ऑगर मशीन की बेयरिंग खराब हो गई, जिसके कारण मशीन पाइप पुश नहीं कर पा रही है। इस कारण ऑगर मशीन से भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया। इसके साथ ही टनल में पाइप लाइन बिछाने का काम भी रूक गया है। टनल के अंदर अब तक 22 मीटर ही खुदाई की गई है। सुरंग में पांच पाइप ड्रिल करने के बाद डाले जा चुके हैं। अब, इंदौर से तीसरी मशीन मंगाई जा रही है।
इस बीच अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी आपदा कंट्रोल रूम पहुंची और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट लिया। देहरादून आपदा कंट्रोल रूम में रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिया है कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि टनल में फंसे हुए सभी श्रमिक पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्हें बेहतर मेडिकल ट्रीटमेंट देने की भी पूरी व्यवस्था है। सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। टनल में फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ ही प्रदेश की भी तमाम एजेंसियां मोर्चा संभाले हुए हैं। टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, ऑक्सीजन और बिजली उपलब्ध कराई गई है। उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनकी परिजनों से लगातार बात भी कराई जा रही है।