पिथौरागढ़ में रुक-रुक कर हो रही बरसात के चलते कई जगहों पर भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन में फंसे 40 कैलाश मानसरोवर यात्रियों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। यात्रियों ने एसडीआरएफ के सराहनीय कार्य का आभार जताया है।
SDRF rescues 40 Kailash Mansarovar Yatris trapped in Pithoragarh landslide
पिथौरागढ़ में रुक-रुक कर हो रही बरसात के चलते कई जगहों पर भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन में फंसे 40 कैलाश मानसरोवर यात्रियों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। यात्रियों ने एसडीआरएफ के सराहनीय कार्य का आभार जताया है। दरअसल, 31 मई को पिथौरागढ़ में आदि कैलाश यात्रा के मार्ग में भूस्खलन हुआ था। सभी यात्री आदि कैलाश यात्रा से लौट रहे थे। इसी दौरान भूस्खलन में फंस गए। यात्रियों के भूस्खलन में फंसने की जानकारी एसडीएम धारचूला ने एसडीआरएफ की टीम को दी। जिसके बाद गर्बाधार के पास भूस्खलन होने और उसमें एक निजी कंपनी के 40 आदि कैलाश से लौटने वाले यात्रियों के फंसने की जानकारी हुई।
जानकारी के अनुसार सूचना के बाद एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। टीम ने घटनास्थल पहुंचकर देखा कि पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे थे। भूस्खलन के कारण मार्ग पर अत्यधिक मलवा आ गया था। मलबा साफ कर यात्रा दोबारा शुरू करने में समय लगेगा। ऐसे में एसडीआरएफ की टीम ने मौसम के करवट बदलने से पहले ही बिना समय गंवाये पहाड़ी की तलहटी पर फंसे सभी 40 यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से नदी किनारे रोप की मदद से रेस्क्यू किया। रेस्क्यू के बाद एसडीआरएफ ने यात्रियों को धारचूला में कुमाऊं मंडल विकास निगम गेस्ट हाउस पहुंचाया गया। यात्रियों में कुछ बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं। इन लोगों को टीम ने विषम परिस्थितियों में भी सावधानी से गेस्ट हाउस पहुंचाया। यात्रियों का कहना है कि वह यात्रा पूरी कर लौट रहे थे। तभी रास्ते में भूस्खलन के चलते सड़क मार्ग बंद हो गया।