जोशीमठ के लिए आज हर कोई मिलकर प्रार्थना कर रहा है। पूरा शहर बर्बाद हो रहा है। जमीनोजद हो रहे इस शहर को अब बचा पाना कठिन सा लग रहा है।
Joshimath land subsidence | The demolition of Hotel Malari Inn & Hotel Mount View which have developed more cracks will take place today. The areas declared ‘unsafe zones’ by the administration have been vacated.
जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान आज मंगलवार से शुरू होगा। मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने असुरक्षित भवनों को गिराने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान के तहत उन होटल्स, घर और भवनों को ढहाया जाएगा, जिन्हें रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक होटल मलारी इन और माउंट व्यू में दरारें आ गई हैं. इन्हें आज ढहा दिया जाएगा।
200 से अधिक घरों पर लाल निशान लगाया गया
जिला प्रशासन ने असुरक्षित 200 से अधिक घरों पर लाल निशान लगा दिया है। उसने इन घरों में रहने वाले लोगों को या तो अस्थायी राहत केंद्रों में जाने या किराये के घर में स्थानांतरित होने को कहा है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, चमोली के एक बुलेटिन के अनुसार जोशीमठ में सोमवार को 68 और घरों में दरार देखी गयी जिसके बाद जमीन धंसने से प्रभावित मकानों की संख्या 678 हो गयी है, वहीं 27 और परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
एसडीआरएफ टीमें अलर्ट मोड़ पर
बता दें कि जोशीमठ में हो रहे हैं भू धंसाव की वजह से घरों में दरारों के दृष्टिगत एसडीआरएफ टीमें अलर्ट मोड़ पर हैं। पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के दिशा निर्देशन में एसडीआरएफ की आठ टीमों को प्रथम चरण में जोशीमठ में तैनात किया गया है। एसडीआरएफ की यह टीमें अन्य इकाईयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जहां एक ओर भू-धंसाव वाले क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रही हैं।
गौरतलब है कि जोशीमठ के लिए आज हर कोई मिलकर प्रार्थना कर रहा है। पूरा शहर बर्बाद हो रहा है। जमीनोजद हो रहे इस शहर को अब बचा पाना कठिन सा लग रहा है।