दीपावली की आतिशबाजी ने हवा में घोला ज़हर, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सबसे ज़्यादा बेहाल
Diwali fireworks poison the air, Air quality in Doon dipped for 2 consecutive years
देहरादून: दीपावली पर उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता खासी प्रभावित हुई। बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर अधिक चिंताजनक रहा। देहरादून और काशीपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) सर्वाधिक दर्ज किया गया।
दून में पिछले वर्ष की तुलना में आबोहवा अधिक प्रदूषित रही। वहीं, ऋषिकेश में दीपावली पर भी हवा की गुणवत्ता संतोषजनक रही।
इस बार उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से पहली बार टिहरी में भी प्रदूषण की जांच की गई। यहां स्थिति संतोषजनक पाई गई। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव सुशांत पटनायक के मुताबिक देहरादून में वायु प्रदूषण की जांच घंटाघर व नेहरू कालोनी में की गई। दोनों जगह एक्यूआई का औसत 272 रहा।
पिछली दीपावली की बात करें तो यह औसत 247 रहा था। जबकि, वर्ष 2021 में दीपावली पर यह अप्रत्याशित रूप से 327 पहुंच गया था। टिहरी और नैनीताल में पहली बार एक्यूआई मापा गया। दोनों शहरों में स्थिति सामान्य के आसपास रही।
प्रमुख शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति
शहर/स्थल – इस दीपावली – पिछली दीपावली
- देहरादून (घंटाघर) – 275 – 254
- देहरादून (नेहरू कॉलोनी) – 269 – 242
- ऋषिकेश – 65 – 257
- हरिद्वार – 146 – 321
- काशीपुर – 205 – 267
- हल्द्वानी – 123 – 251
- रुद्रपुर – 138 – 263
दून में एक सप्ताह के भीतर की स्थिति
- पांच नवंबर 113
- छह नवंबर 115
- सात नवंबर 108
- आठ नवंबर 108
- नौ नवंबर 116
- 10 नवंबर 132
- 11 नवंबर 132
- 12 नवंबर 272
पांच नवंबर से की जा रही वायु प्रदूषण की जांच
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के मद्देनजर वायु प्रदूषण की जांच बीते पांच नवंबर से 19 नवंबर तक की जा रही है। देहरादून में पांच नवंबर से दीपावली तक प्रदूषण का स्तर करीब ढाई गुना बढ़ गया। एक सप्ताह पूर्व यह 113 था और दीपावली पर 272 रिकॉर्ड किया गया। (एक्यूआई में)
एक्यूआई इस तरह बताता है हवा का हाल
- शून्य से 50 अच्छा
- 51 से 100 संतोषजनक
- 101 से 200 मध्यम श्रेणी
- 201 से 300 बुरी स्थिति
- 301 से 400 बहुत बुरी स्थिति
- 401 व अधिक गंभीर स्थिति