उत्तराखंड में रिसॉर्ट हत्याकांड केस में जहां एक तरफ अंकिता भंडारी के परिजनों ने अंतिम संस्कार पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने तक रोका हुआ है, वहीं दूसरी तरफ लोगो का गुस्सा भी देखने को मिल रहा है।
Uttarakhand | Ankita Bhandari murder case: Angry locals block Badrinath-Rishikesh highway

उत्तराखंड में रिसॉर्ट हत्याकांड केस में जहां एक तरफ अंकिता भंडारी के परिजनों ने अंतिम संस्कार पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने तक रोका हुआ है, वहीं दूसरी तरफ लोगो का गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। लोग बड़ी संख्या में बेस अस्पताल की मोर्चरी पर इकट्ठा हो गए। गुस्साये लोगों ने नेशनल हाइवे एनएच 58 बन्द कर दिया। स्थानीय लोग, छात्र, विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग नेशनल हाइवे पर धरने पर बैठ गए । जनता अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग पर अड़ी हुई है। इन सबके बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी को सैल्यूट किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि अंकिता के पिता को मैं सैल्यूट करता हूं। इस मामले में हम सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। साथ ही ये मामला फास्ट्रैक में चलाया जाएगा। कोई भी दोषी नहीं छूटेगा। ऐसे समय में लोगों का गुस्सा होना स्वाभाविक है, रोष होना स्वभाविक है। पीड़ित परिवार की जो भी सहायता होगी वह सरकार करेगी।
दूसरी तरफ आम जनता अंकिता के हत्यारो को फांसी देने की मांग को लेकर मोर्चरी के आगे बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरने पर बैठ गई है। जिसके चलते हाइवे के दोनो ओर वाहन फंसे हुए हैं।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी भी परिजनों से मिलने श्रीनगर पहुचे। उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जनपद पौडी गढवाल से 6 विधायक भाजपा के विधानसभा गए हैं। दो कैबिनेट मंत्री सरकार में इसी जनपद के हैं। विधानसभा अध्यक्ष भी पौडी की हैं। लेकिन कोई परिजनों से मिलने अभी तक श्रीनगर नहीं आया। उन्होंने कहा कि सरकार को सबूत मिटाने थे जिसके चलते रिजॉर्ट को तोड़ने की कार्यवाही की गई। उन्होंने कहा कि अंकिता को इंसाफ मिलना चाहिए। मामले की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सरकार और जांच से संतुष्ट नहीं है। परिजन भी इसी तरह का आरोप प्रशासन और सरकार पर लगा रहे हैं।