भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने फ़ाइनल में मलेशिया के ओंग यू सिन और टियो ई यी को हराया। एशियाई मीट में भारत का आख़िरी स्वर्ण पदक 58 साल पहले दिनेश खन्ना ने जीता था।
Satwiksairaj-Chirag become first men’s doubles duo to clinch Badminton Asia Championships title
दुबई में आयोजित बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023 में रविवार को पुरुष युगल स्पर्धा के फ़ाइनल मैच में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने मलेशिया के ओंग यू सिन और टियो ई यी को 2-1 से हराकर इतिहास रच दिया है।
भारतीय जोड़ी ने मलेशियाई जोड़ी को 16-21, 21-17, 21-19 से मात दिया। बता दें कि दोनों टीमों के बीच यह मुक़ाबला 1 घंटा 7 मिनट तक चला।
इस जीत के साथ सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी एशियाई मीट पुरुष युगल इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन जोड़ी है।
आत्मविश्वास से लबरेज़ भारतीय जोड़ी ने पहले गेम की शुरुआत आक्रामक अंदाज़ में करते हुए 4-3 से बढ़त बनाई, लेकिन इसके बाद मलेशियाई जोड़ी ने भी पलटवार किया और गेम में वापसी करते हुए 13-13 से पहले गेम में बराबरी कर ली।
ओंग यू सिन और टियो ई यी की जोड़ी ने अंत तक अपने दबदबे को बरक़रार रखते हुए पहले गेम को 21-16 से अपने नाम कर लिया।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी दूसरे गेम में अपने पुराने लय में नज़र आई। हालांकि बीच-बीच में मलेशियाई जोड़ी ने वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय जोड़ी ने उन्हें कोई मौक़ा नहीं दिया और अंत में चिराग-सात्विक ने रोमांचक तरीके से दूसरे गेम को 21-17 से अपने नाम कर लिया।
इस तरह यह मुक़ाबला निर्णायक गेम में चला गया। जहां भारत और मलेशिया दोनों के लिए यह गेम जीतना काफी महत्वपूर्ण था।
गेम की शुरुआत में दोनों टीम बराबरी पर चल रही थीं, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों द्वारा किए गए कुछ अनफोर्स्ड एरर के कारण मलेशियाई खिलाड़ी ने बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद भारतीय जोड़ी ने अपनी गलतियों से सीखते हुए पलटवार किया और गेम में वापसी की।
इसके बाद उन्होंने अपनी लय को बरक़रार रखते हुए मलेशियाई जोड़ी के ख़िलाफ़ बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023 का फ़ाइनल जीतकर भारत के 58 साल के स्वर्ण के सूखे को समाप्त किया। बता दें कि इससे पहले एशियाई मीट में भारत का आख़िरी स्वर्ण पदक 58 साल पहले दिनेश खन्ना ने जीता था।
इससे पहले भारतीय खिलाड़ियों ने चीनी ताइपे के ओलंपिक चैंपियन ली यांग और वांग ची लिन की जोड़ी को सेमीफ़ाइनल में हराकर प्रतियोगिता के फ़ाइनल तक का सफर तय किया था।
Greetings! Very useful advice in this particular article! Its the little changes that will make the biggest changes. Thanks for sharing!