देहरादून: शिवसेना नेता के खिलाफ करोड़ों की रिश्वत लेने और मनी लान्ड्रिंग का आरोप लगा हैं| जिसके चलते ईडी उनके सात ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। ईडी की रेड पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि जांच एजेंसियों को अपनी शक्तियों का दुरुपयोग नही करना चाहिये| वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब पर ईडी ने आज बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने परब के पुणे और मुंबई के सात ठिकानों पर छापेमारी की है। शिवसेना नेता के खिलाफ करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप है जिसके चलते ईडी ने यह कार्रवाई की है।
ईडी ने उनपर मनी लान्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया हुआ है, जिसके तहत उनके सात ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है। वहीं एजेंसी मंत्री से पूछताछ कर रही है और उनका बयान दर्ज कर रही है।
अनिल परब के ठिकानों पर ईडी की रेड के बाद अजित पवार ने अपनी टिपण्णी देते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों को छापेमारी करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें शक्तियों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। पता नहीं राज्य मंत्री अनिल परब के खिलाफ यह कार्रवाई क्यों की गई है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि कार्रवाई पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने अनिल परब के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी पर कहा कि हम अनिल परब के समर्थन में हैं। विपक्ष के खिलाफ बीजेपी केंद्र सरकार की एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। यह सिर्फ महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय की यह कार्रवाई परब द्वारा जमीन की खरीद-फरोख्त के लिए 1 करोड़ की रिश्वत लेने के आरोप में की है। परब पर इसको लेकर एक केस भी दर्ज है, जिसे 2019 में पंजीकृत किया गया था। आरोप है कि जमीन को मुंबई के एक केबल आपरेटर सदानंद कदम को 2020 में 1.10 करोड़ रुपये में बेचा था।
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