समाजवादी पार्टी के नेता अजय फौजी के बाउंसरों की सुरक्षा में टमाटर बेचने के शो के सिलसिले में एक सब्जी विक्रेता और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया है। अजय फौजी फरार है।
Vegetable seller had to keep ‘bouncer’ for the safety of tomatoes, UP police arrested
समाजवादी पार्टी के नेता अजय फौजी के बाउंसरों की सुरक्षा में टमाटर बेचने के शो के सिलसिले में एक सब्जी विक्रेता और उसके बेटे को गिरफ्तार किया गया है। अजय फौजी फरार है। एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि अजय फौजी, सब्जी विक्रेता जग नारायण यादव, उनके बेटे विकास यादव और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 295 ए (भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण कृत्य), 153 ए (शत्रुता को बढ़ावा देना) और 505 (2) (वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना)के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि जग नारायण और विकास को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि फौजी फरार है और उसे पकड़ने के लिए टीमें लगी हुई हैं। रविवार को बाउंसरों की सुरक्षा में फौजी द्वारा टमाटर बेचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और सब्जी विक्रेता जग नारायण और विकास को लंका थाने ले गई। पूछताछ के दौरान, दोनों ने खुलासा किया कि फौजी ने उनकी दुकान पर शो का प्रबंधन किया था।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, जिन्होंने शुरू में अपने ट्वीट के जरिए तंज कसा था कि टमाटरों को जेड प्लस सुरक्षा में बेचा जाना चाहिए, ने सब्जी विक्रेता के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है और उनकी रिहाई की मांग की है। अखिलेश ने कहा, ”जिस देश में स्वस्थ कटाक्ष के लिए कोई जगह नहीं है, वहां यह समझ लेना चाहिए कि सत्ता में रहने वाली पार्टी डरी हुई है।”
बता दें कि टमाटर इन दिनों आम आदमी की पहुंचे से दूर है। कहीं टमाटर की चोरी तो कहीं टमाटर से भरे ट्रक को लूटने की खबरें आ रही हैं। जयपुर की सब्जी मंडी मोहना मंडी में अज्ञात बदमाशों ने एक दुकान से 150 किलो टमाटर चुरा लिए। चोरी की वारदात दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। दुकान मालिक हमीद ने पाया कि उसकी दुकान से टमाटर की छह पेटियां गायब हैं। उन्होंने अपने सीसीटीवी कैमरे का फुटेज चेक किया तो बदमाश बक्से लेकर वीडियो में भागते दिखे।
मोहना मंडी के प्रेसीडेंट राहुल तंवर ने घटना की पुष्टि करते हुए सभी सब्जी विक्रेताओं को सतर्क और सावधान रहने को कहा है। हालांकि पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया है।