अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त लखन सिंह के मुताबिक, कानपुर के बांसमंडी इलाके में दुकानों में लगी आग को बुझाने का कार्य 4 दिन से जारी है. उम्मीद है कि शाम तक पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया जाएगा.
UP | The work of extinguishing the fire in Bansmandi of Kanpur is going on for 4 days
Anwarganj market fire refuses to die, losses estimated at Rs 2,200 crore,
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बांस मंडी में लगी आग ने अग्निशमन विभाग के दावों की पोल खोल दी है. हालांकि, अधिकारी मजबूती से आग से निपटने का दावा कर रहे हैं. शहर का एक बड़ा कपड़ा मार्केट आग से पूरी तरीके से बर्बाद हो चुका है. व्यापारियों ने दमकल विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. बांसमंडी में चार दिन बाद भी आग का तांडव जारी है.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त लखन सिंह के मुताबिक, कानपुर के बांसमंडी इलाके में दुकानों में लगी आग को बुझाने का कार्य 4 दिन से जारी है. दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग पर लगभग काबू पा लिया गया है. आग बुझाने में SDRF और एनडीआरएफ की टीमें भी जुटी हुई हैं. उम्मीद है कि शाम तक पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया जाएगा.
स्थानीय व्यापारी दमकल विभाग पर सवाल उठा रहे हैं. उनके मुताबिक, शहर में आठ फायर स्टेशन हैं. लेकिन, आग पर काबू पाने में इतनी देरी कैसे हो रही है. व्यापारियों का कहना है कि मार्केट बड़ा था. प्रशासन को पहले चाहिए था कि वह आग लगने जैसी घटनाओं को लेकर एक मॉकड्रिल करे. लेकिन, दमकल विभाग ने ऐसा कभी नहीं किया. जिस समय मार्केट में आग लगी, विभाग के कर्मियों को सूझ ही नहीं रहा था कि वह आग पर कैसे काबू पाएं.
व्यापारियों ने दमकल विभाग पर उठाए सवाल
व्यापारी बताते हैं कि आग को बुझाने में हमारा दमकल विभाग कमजोर पड़ गया. यही वजह रही कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को मदद लेनी पड़ी. फजलगंज में खड़े हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के कंडम होने की भी चर्चाएं होती रहीं. अगर ये शायद ठीक रहता तो आग पर समय रहते काबू पा लिया जाता. आग बुझाने के लिए प्रयागराज और आगरा से एक हाईड्रोलिक प्लेटफार्म गाड़ी मंगवानी पड़ गई.
हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का जल्द से जल्द मरम्मत कराया जाएगा
कानपुर के जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक, शहर के हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का जल्द से जल्द मरम्मत कराया जाएगा. इसके लिए मुख्यालय के अधिकारियों से बात की गई है. दमकल विभाग को भी एक्टिव रहने के लिए कहा गया है. दरअसल, शहर की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट में व्यापारियों के अरबों रुपए का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है.