करीब 22 हजार कर्मियों के साथ 1963 में शुरू हुई इस कंपनी में अब सिर्फ तीन हजार कर्मी-अफसर हैं और इनको भी कई महीने से वेतन नहीं मिला है। कर्मी अमूमन हर हफ्ते बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर प्लांट में प्रदर्शन करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
Ranchi: HEC officials, workers on indefinite strike over non-payment of salaries
देश में कभी मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज के रूप में मशहूर रहे रांची स्थित हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (एचईसी) के करीब तीन हजार कर्मी और अफसर 20 से 22 महीने के बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे एचईसी के तीनों प्लांट ठप पड़ गए हैं।
एचईसी के हड़ताली कर्मियों ने कंपनी के तीनों प्लांटों का सारा कामकाज ठप करा दिया है। एचईसी मुख्यालय में भी तालाबंदी कर दी गई है। वेतन की मांग को लेकर कंपनी की सभी सात श्रमिक यूनियन एकजुट हैं। यूनियनों ने मिलकर “एचईसी बचाओ मजदूर जन संघर्ष समिति” का गठन किया है, जिसके बैनर तले हड़ताल का आयोजन हुआ है।
बुधवार को आयोजित सभा की अध्यक्षता करते हुए मनोज पाठक ने कहा कि जब तक बकाया वेतन का भुगतान नहीं होता, तब तक तालाबंदी जारी रहेगी। मुख्यालय के समक्ष रोजाना मजदूरों के लिए खिचड़ी बनेगी। मजदूर वहीं खायेंगे, वहीं रहेंगे। किसी को मुख्यालय और प्लांट के अंदर जाने नहीं दिया जायेगा।
बता दें कि करीब 22 हजार कर्मचारियों के साथ 1963 में शुरू हुई इस कंपनी में अब सिर्फ तीन हजार कर्मचारी-अधिकारी हैं और इनके पास भी अब रोज प्लांटों में हाजिरी दर्ज करने के सिवा कोई काम नहीं बचा है। कर्मी अमूमन हर हफ्ते अपने बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर प्लांट के समक्ष नारेबाजी-प्रदर्शन करते हैं, लेकिन उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है।