नूंह में 28 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ब्रजमंडल यात्रा निकालने पर अड़ा हुआ है। जिससे एक बार फिर इलाके में तनाव का माहौल है।
Nuh violence | VHP adamant on the yatra again, Attack on police, tension in the area
हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को भड़की हिंसा भले ही रुक गई हो, लेकिन उस हिंसा से भड़की आग अब भी बढ़ती दिख रही है। ताजा हालात ये हैं कि एक बार फिर नूंह में इंटरनेट सेवा, एसएमएस सेवाओं को बंद करना पड़ा है। इसके पीछे का कारण विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ब्रजमंडल जल अभिषेक यात्रा हैं। प्रशासन की अनुमति ना मिलने के बाद भी विश्व हिंदू परिषद (विहिप) इस ब्रजमंडल यात्रा को निकालने पर अड़ा हुआ है। जिससे एक बार फिर इलाके में तनाव का माहौल है।
उधर, VHP के इस फैसले से प्रशासन के भी हाथ पांव फूले नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने 25 अगस्त यानी शुक्रवार शाम से ही इलाके में इंटरनेट को बंद कर दिया जो 29 अगस्त तक लागू रहेगा। गौरतलब है कि इससे पहले खट्टर सरकार ने हिंसा के बाद ही इंटरनेट को बैन कर दिया था जिसे 11 अगस्त को बहाल किया गया। वहीं इस हिंसा से जुड़े लोगों की धड़पकड़ भी जारी है, हालांकि खट्टर सरकार की पुलिस संदिग्धों को गिरफ्तार करने में बेबस नजर आ रही है।
दरअसल, 31 जुलाई की सांप्रदायिक हिंसा में शामिल एक संदिग्ध को गिरफ्तार करने के प्रयास में हरियाणा के नूंह जिले के एक गांव में छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। आपको बता दें, यह घटना सिंगार गांव में उस समय हुई, जब क्राइम ब्रांच पुन्हाना यूनिट की टीम इरशाद नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार करने गई थी। पुलिस के अनुसार इरशाद को बस स्टैंड से पकड़े जाने पर वहां मौजूद स्थानीय लोगों की क्राइम ब्रांच टीम के साथ बहस हो गई और वे इरशाद को छुड़ाकर गांव की ओर भाग गए।
यूनिट ने महिला पुलिस कर्मियों सहित अतिरिक्त बल बुलाया और गांव में प्रवेश किया, जहां महिलाओं के एक समूह ने उन पर पत्थरों से हमला किया। हमले में उपनिरीक्षक विनीत और सिपाही अमर सिंह समेत तीन जवान घायल हो गये। हमलावरों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। अब तक पांच महिलाओं समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन इरशाद फिलहाल फरार है।
आपको बता दें, 23 अगस्त को नूंह प्रशासन ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि विहिप की यात्रा की अनुमति रद्द कर दी गई है। प्रशासन के अधिकारी ने कहा था कि अनुमति देने से इनकार करने का निर्णय खुफिया सूचनाओं और स्थानीय शांति समितियों के सुझाव पर आधारित था। इनका कहना है कि जिले में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है।
सर्व हिंदू समाज के बैनर तले हिंदू समूहों ने 13 अगस्त को पलवल जिले के पोंडरी गांव में एक महापंचायत आयोजित की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे 28 अगस्त को ब्रज मंडल यात्रा फिर से शुरू करेंगे। विहिप के एक नेता ने कहा, “हम जानते हैं कि प्रशासन ने अनुमति खारिज कर दी है लेकिन संगठन के सदस्यों ने कहा है कि वे यात्रा जारी रखेंगे।”
नूंह में वीएचपी के जुलूस के बाद हुई झड़प में दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।