सुबह करीब 11 बजे नूंह जिले में प्रवेश करने वाली यात्रा शाम करीब साढ़े पांच बजे जिले के तीन प्रमुख मंदिरों – नल्हड़ महादेव मंदिर, फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर और सिंगार गांव के मंदिर में जलाभिषेक के साथ समाप्त हुई।
Nuh Jalabhishek Yatra ends peacefully with Muslim welcoming devotees with garlands
पिछले साल हिंसा से प्रभावित रही ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक संपन्न हुई। हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर शोभायात्रा का स्वागत किया।
आध्यात्मिक नेता महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कहा कि इस साल की यात्रा ने पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का एक मजबूत संदेश दिया है।
‘हर हर महादेव‘ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए भक्तों ने नल्हड़ महादेव मंदिर से यात्रा शुरू की और बाद में यहां फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर के लिए रवाना हुए। लगभग 80 किलोमीटर की यह यात्रा शाम को सिंगार गांव के मंदिर में संपन्न हुई।
यात्रा के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों सहित 2,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन के जरिए निगरानी की गई।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों के बीच बैठकें यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में कारगर साबित हुईं।
सुबह करीब 11 बजे नूंह जिले में प्रवेश करने वाली यात्रा शाम करीब साढ़े पांच बजे जिले के तीन प्रमुख मंदिरों – नल्हड़ महादेव मंदिर, फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर और सिंगार गांव के मंदिर में जलाभिषेक के साथ समाप्त हुई।
इससे पहले सुबह, यात्रा में भाग लेने वाले कई भक्त नल्हड़ मंदिर के लिए रवाना होने से पहले गुरुग्राम के सेक्टर 10 में राधा कृष्ण मंदिर में एकत्र हुए।
यात्रा शुरू होने से पहले, बड़ी संख्या में महिलाएं पूर्वाह्न करीब 11 बजे यहां भूतेश्वर मंदिर से नल्हड़ महादेव मंदिर पहुंचीं। तिरंगा चौक पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुसलमानों के कई समूहों ने विभिन्न स्थानों पर यात्रा में शामिल संतों और अन्य श्रद्धालुओं का फूल-मालाओं से स्वागत किया।
अखिल भारतीय इमाम संगठन के अध्यक्ष डॉ. इमाम उमर अहमद इलियासी शांति की अपील करने के लिए रविवार शाम को नूंह स्थित नल्हड़ महादेव मंदिर गए थे।
स्वामी धर्मदेव ने कहा कि इस वर्ष की यात्रा ने पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का बड़ा संदेश दिया है और उन्होंने इस उपलब्धि के लिए दोनों समुदायों को बधाई दी।
हरियाणा सरकार ने यात्रा के मद्देनजर नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट एवं एक साथ कई लोगों को एसएमएस भेजने की सेवाओं को 24 घंटे के लिए निलंबित करने का रविवार को आदेश दिया था।
पिछले साल 31 जुलाई को नूंह में विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई झड़पों में दो होमगार्ड और गुरुग्राम की एक मस्जिद के एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई थी।
दिन में नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यात्रा से पहले स्थिति बहुत शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण है और दोनों समुदाय (हिंदू और मुस्लिम) इसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।’’
उन्होंने बताया कि यात्रा में शामिल सदस्यों के लिए कई स्वागत द्वार बनाए गए हैं और खाने-पीने की दुकानें लगाई गई हैं।
पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में रविवार को जिले में ‘फ्लैग मार्च’ निकाला गया था। आधिकारिक आदेश के अनुसार, यात्रा पूरी होने तक शराब की दुकानें बंद रहेंगी।
विश्व हिंदू परिषद के मानेसर के नेता देवेंद्र सिंह ने कहा कि जब मुसलमानों ने हिंदुओं का माला पहनाकर स्वागत किया तो शोभायात्रा और भी भक्तिमय और भाईचारे वाली हो गयी।
नूंह के पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने कहा, ‘‘पिछले साल जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन इस बार यात्रा शांतिपूर्ण और सफल रही। पुलिस और प्रशासन के प्रयास कारगर साबित हुए।’’