जस्टिस चंद्रचूड़ को जून 1998 में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था। इसी साल उन्हें अतिरिक्त सालिसिटर जनरल भी नियुक्त किया गया था। 29 मार्च, 2000 से 31 अक्टूबर, 2013 तक बांबे हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे।
Delhi | President Droupadi Murmu administered the oath of office to Justice DY Chandrachud as the 50th Chief Justice of India in succession to Justice Uday Umesh Lalit, in Rashtrapati Bhavan.
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ भारत के 50वें प्रधान न्यायाधीश बन गए हैं। चंद्रचूड़ को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पद की शपथ दिलाई। आपको बता दें, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर, 2024 तक इस पद पर रहेंगे।
कौन है डीवाई चंद्रचूड़?
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस उदय उमेश ललित का स्थान लिया है। जस्टिस चंद्रचूड़ भारत के 16वें चीफ जस्टिस वाई वी चंद्रचूड़ के बेटे हैं।
जस्टिस चंद्रचूड़ को जून 1998 में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था।
इसी साल उन्हें अतिरिक्त सालिसिटर जनरल भी नियुक्त किया गया था।
29 मार्च, 2000 से 31 अक्टूबर, 2013 तक बांबे हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे।
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ कई महत्वपूर्ण फैसले दे चुके हैं। इसमें अविवाहित या अकेली गर्भवती महिलाओं को 24 सप्ताह तक गर्भपात करने से रोकने के कानून को रद्द करना शामिल है। वह कई ऐसी पीठ का भी हिस्सा रहे हैं जिसके कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं। इनमें IPC की धारा 377 से बाहर करने, अयोध्या में जन्मभूमि का मामला, सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश जैसे फैसले शामिल हैं।