चित्तनूर और आसपास के गांवों के किसान इथेनॉल प्लांट का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इससे खेतों से पानी फैक्ट्री को ओर डायवर्ट किया जाएगा। हालांकि, 14 संगठनों के विरोध के बावजूद प्लांट का निर्माण इस साल की शुरुआत में शुरू कर दिया गया था।
Farmers’ protest against ethanol plant turns violent in Telangana village
तेलंगाना के नारायणपुर जिले के एक गांव में रविवार दोपहर को एक निर्माणाधीन कृषि इथेनॉल प्लांट के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। प्लांट के लिए मशीनरी के परिवहन को रोकने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भड़के प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वाहन को आग लगा दी।
मारीकल मंडल के चित्तनूर गांव में किसानों के प्रदर्शन के दौरान उस समय तनाव उत्पन्न हो गया जब स्थानीय लोगों ने प्लांट के लिए मशीनरी ले जाने वाले वाहनों को रोक दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को हटाया। इससे दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने एक पुलिस वाहन में आग लगा दी और पथराव शुरू कर दिया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में अतिरिक्त बल भेजा है। पुलिस के आलाधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। गांव में तनाव बना हुआ है।
चित्तनूर और आसपास के गांवों के किसान इथेनॉल प्लांट का विरोध कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इससे खेतों से पानी फैक्ट्री को ओर डायवर्ट किया जाएगा। चित्तनूर, एकलासपुर और जिन्नाराम गांवों के निवासियों को यह भी डर है कि जुराला ऑर्गेनिक फार्म्स एंड एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के इथेनॉल प्लांट से क्षेत्र में प्रदूषण फैल जाएगा। हालांकि, 14 संगठनों के विरोध के बावजूद प्लांट का निर्माण इस साल की शुरुआत में शुरू कर दिया गया था।