हाथी अभी भी शहर की सरहद में ही मौजूद है। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि यह झुंड से बिछड़ कर आया है। उसे शहर की सीमा से बाहर निकालकर जंगल की ओर भेजने की कोशिश हो रही है।
Elephant rampage in Jharkhand’s Hazaribagh city, crushed five, killed two, people in panic, road jammed
झारखंड के हजारीबाग शहर में झुंड से बिछड़कर घुसे एक जंगली हाथी ने तबाही मचा दी है। मंगलवार देर रात से लेकर बुधवार सुबह तक उसने पांच लोगों को कुचल डाला है, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य लोग घायल हैं। दो की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। हाथी ने एक मकान की चारदीवारी गिरा दी और एक कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
गुस्साए लोगों ने किया रोड जाम
हाथी के हमले और उत्पात से गुस्साए लोगों ने हजारीबाग शहर के खिरगांव मैलाटांड़ के पास हजारीबाग-चतरा रोड को जाम कर दिया। जाम कर रहे लोग मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वन विभाग और पुलिस के अफसर लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। हमले में जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें दामोदर साव और धनेश्वर साव शामिल हैं। ये दोनों खिरगांव के रहने वाले थे। घायलों में रिंकी कुमारी, प्रमिला कुमारी एवं एक अन्य शामिल हैं।
पूरी रात मचाता रहा उत्पात
उधर हजारीबाग के बड़कागांव में भी एक दूसरे हाथी ने खुशबू कुमारी नामक लड़की को कुचल दिया है, जिसे गंभीर हालत में इलाज के लिए आरोग्यम हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। वहीं शहर में घुसे हाथी को लेकर लोगों ने बताया कि हाथी ने देर रात से लेकर बुधवार सुबह तक शहर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित कूद-रेवाली और उसके बाद खिरगांव और कुम्हारटोली मुहल्ले में उत्पात मचाया।
हाथी अभी भी शहर में मौजूद
हाथी अभी भी शहर की सरहद में ही मौजूद है। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि यह झुंड से बिछड़ कर आया है। उसे शहर की सीमा से बाहर निकालकर जंगल की ओर भेजने की कोशिश हो रही है।
गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब हाथी ने हजारीबाग और आसपास के इलाकों में आतंक मचाया हो। इसके दो साल पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के डेमोटांड़ स्थित आवास के पास और शहर से सटे दारू-झुमरा में भी झुंड से बिछड़े हाथी ने कई लोगों की जान ले ली थी।