
फिल्म निर्देशक पार्थो घोष का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ।
Director Partho Ghosh dies of heart attack at 75 in Mumbai
भारतीय फिल्म निर्देशक पार्थो घोष का सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने 75 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। वह बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर थे। उन्होंने कई मशहूर फिल्में बनाई, जिसमें जैकी श्रॉफ और माधुरी दीक्षित की फिल्म ‘100 डेज’ और नाना पाटेकर की ‘अग्नि साक्षी’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
पार्थो घोष का निधन दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से हुआ। वह मुंबई के मड आइलैंड इलाके में रहते थे। उनके परिवार में अब उनकी पत्नी गौरी घोष हैं। उनके निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री को गहरा सदमा पहुंचा है।
अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पास अपने दुख को बयान करने के लिए शब्द नहीं हैं। रितुपर्णा सेनगुप्ता ने कहा, “हमने एक शानदार कलाकार, दूरदर्शी निर्देशक और एक अच्छे इंसान को खो दिया है।
पार्थो दा, आपने फिल्मों के जरिए जो जादू बिखेरा है, उसे हम हमेशा याद रखेंगे। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।” हिंदी सिनेमा से पहले पार्थो घोष ने बंगाली सिनेमा के लिए काम किया।
उन्होंने 1985 में हिंदी फिल्मों में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत की। उनकी पहली बड़ी फिल्म 1991 में आई सुपरहिट ‘100 डेज’ थी। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, मून मून सेन और जावेद जाफरी जैसे सितारे थे।
फिल्म की कहानी एक ऐसी महिला के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे भविष्य की घटनाओं का आभास हो जाता है। यह फिल्म 1984 की तमिल फिल्म ‘नूरवथु नाल’ की रीमेक थी, जो खुद 1977 की इटेलियन फिल्म ‘सेटे नोट इन नेरो’ से प्रेरित थी।
1992 में पार्थो घोष ने फिल्म ‘गीत’ बनाई। इस फिल्म में अविनाश वधावन और दिव्या भारती अहम किरदार में थे। उनकी फिल्म ‘दलाल’ 1993 की सबसे ज्यादा बिजनेस करने वाली फिल्मों में से एक थी। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, आयशा जुल्का, राज बब्बर, टिन्नू आनंद, शक्ति कपूर, रवि बेहल, सत्येन कपूर, इंद्राणी बनर्जी, तरुण घोष और रवि बहल जैसे कई कलाकारों ने काम किया था।
इसके अलावा, 1996 में आई फिल्म ‘अग्नि साक्षी’ को दर्शकों ने काफी पसंद किया। यह बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। इसमें जैकी श्रॉफ, नाना पाटेकर और मनीषा कोइराला मुख्य भूमिकाओं में थे।
2015 तक पार्थो घोष 15 से ज्यादा फिल्मों का निर्देशन और लेखन कर चुके थे। उनकी एक और हिट फिल्म ‘तीसरा कौन’ थी, जो 1990 की मलयालम फिल्म ‘नंबर 20 मद्रास मेल’ की रीमेक थी। इस मलयालम फिल्म के निर्देशक जोशी थे और मोहनलाल मुख्य भूमिका में थे। 2010 में, पार्थो घोष ने दो और फिल्में ‘एक सेकंड… जो जिंदगी बदल दे?’ और ‘रहमत अली’ का निर्देशन किया।
पार्थो घोष की आखिरी फिल्म 2018 में आई रोमांटिक ड्रामा ‘मौसम इकरार के दो पल प्यार के’ थी। इस फिल्म में मुकेश जे भारती, मदालसा शर्मा और अविनाश वधावन मुख्य भूमिका में थे।