सिक्किम के सोरेंग में आया 4.4 तीव्रता का भूकंप

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4.4 magnitude earthquake hits Sikkim, tremors felt in northern West Bengal

4.4 magnitude earthquake hits Sikkim, tremors felt in northern West Bengal
4.4 magnitude earthquake hits Sikkim, tremors felt in northern West Bengal

सिक्किम के सोरेंग में आज सुबह 06:57 बजे रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कराया अवगत

4.4 magnitude earthquake hits Sikkim, tremors felt in northern West Bengal

सुर्खियाँ…

  • सुबह 6 बजकर 57 मिनट पर आया था भूकंप
  • प्राकृतिक आपाद में जानमाल का नुकसान नहीं
  • कल जापान में आया था 7.1 तीव्रता का भूकंप

शुक्रवार सुबह सिक्किम में भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार सिक्किम के सोरेंग में आज सुबह 6 बजकर 57 मिनट पर भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 दर्ज हुई।

जानकारी के अनुसार, भूकंप के कारण घरों में रखी चीजें हिलने लगी, जिसके बाद सभी लोग घरों के बाहर भागे। राहत की बात यह है कि भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।

सिक्किम के सोरेंग में आज सुबह 06:57 बजे रिक्टर स्केल पर 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कराया अवगत

जापान में भी आया भूकंप

गौरतलब है कि गुरुवार को आए भूकंप के कारण जापान भी हिल गया था। यहां दक्षिणी तट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। बताया गया कि तीव्रता रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई थी। भूकंप ने सर्वाधिक असर क्यूशू द्वीप के मियाजाकी प्रांत के निचिनान शहर में दिखाया था।

जानकारी के अनुसार, भूकंप के कारण तीन लोग घायल हो गए थे। इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। साथ ही लोगों को समुद्र तट से दूर रहने के लिए कहा गया।

कैसे मापी जाती है रिक्टर स्केल पर तीव्रता

रिक्टर स्केल एक सामान्य दस लॉग रिदमिक स्केल है। सरल भाषा में समझें, तो यदि स्केल पर भूकंप की तीव्रता दो मापी गई है। तब वह एक की तुलना में दस गुना अधिक गहन होगा। रिक्टर स्केल में तीव्रता का हर स्तर पिछले स्तर से दस गुना अधिक होता है।

कितना नुकसान होता है?

  • 0-1.9 : इसका पता सीस्मोग्राफ के जरिए लगाया जाता है।
  • 2-2.9 : लोगों को लटकी हुई चीजें झूलती नजर आती है।
  • 3-3.9 : इस दौरान लोगों को झटके महसूस होने लगते हैं।
  • 4-4.9 : छोटी चीजों की टूटने की आशंका बनी रहती है।
  • 5-5.9 : हालात बिगड़ सकते हैं। प्लास्टर गिर सकता है।
  • 6. 6.69 : इस तीव्रता में इमारतों को नुकसान हो सकता है।
  • 7-7.9 : तबाही की शुरुआत होती है। जनहानि हो सकती है।
  • 8-8.9 : बड़े स्तर पर तबाही हो सकती है। जान जा सकती है।
  • 9 या इससे अधिक: इस दौरान जमीन लहराती नजर आती है।

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