इससे पहले ₹196 करोड़ रुपये कैश हुए थे बरामद, 13 मशीनों से 36 घंटे चली थी नोटों की गिनती
23 kg gold seized from UP’s perfume trader’s house, earlier Rs 196 crore cash was recovered
उप्र: कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से मिले 23 किलो सोने को भारत सरकार ने जब्त कर लिया है। डीआरआई (DRI) ने पीयूष और उसकी फर्म पर 30-30 लाख रुपए की पेनाल्टी भी लगाई है। साथ ही पीयूष जैन को इस सोने पर 496 करोड़ रुपए की कस्टम ड्यूटी भी चुकानी होगी।
मंगलवार को स्पेशल CJM कोर्ट में DRI (Directorate of Revenue Intelligence) लखनऊ के सीनियर इंटेलिजेंस अफसर संतोष कुमार और अभिषेक पेश हुए। कोर्ट को बताया कि सोना जब्त कर पीयूष और उनकी फर्म ओडोकेम इंडस्ट्रीज पर पेनाल्टी लगाई गई है। इत्र कारोबारी के यहां से 23 किलो सोना बरामद हुआ था।
496 करोड़ 68 लाख रुपए का टैक्स लगाया
सूत्रों के मुताबिक, डायरेक्टर जनरल आफ इंटेलीजेंस (DGGI) अहमदाबाद की ओर से पीयूष जैन के कारोबार का जो विवरण तैयार किया गया था, उसके आधार पर ही प्रवीण के फर्म पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई के बाद DGGI ने 496 करोड़ 68 लाख रुपए का टैक्स लगाया और इसका नोटिस भी भेजा था।
घर से मिले थे 196 करोड़ रुपए कैश
बता दें कि 23 दिसंब 2021 में कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के ठिकानों पर छापे पड़े थे। वहां से 23 किलो सोने के बिस्कुट मिले थे। इसके अलावा कानपुर वाले घर से 178 करोड़ रुपए मिले, जबकि कन्नौज वाले घर से 19 करोड़ कैश बरामद हुआ था। मामले में पीयूष जैन 254 दिन जेल में रहा था। 8 सितंबर 2022 को जमानत मिली थी।
13 मशीनों से नोटों को गिनने में लगे थे 36 घंटे
नोटों की गिनती के लिए 13 मशीन लगाई गई थी। 36 घंटे तक गिनती की गई। उस दौरान एक सीनियर अफसर ने कहा कि उन्होंने अपनी नौकरी में इतना कैश कभी नहीं देखा। देर रात 1 बजे तक नोटों को जैन के घर से RBI चेस्ट तक ढोने का काम चलता रहा। नकदी को 42 बड़े बक्सों में भरकर कंटेनर में पुलिस सुरक्षा में भेजा गया था।
इस मामले में पीयूष के खिलाफ 2 मुकदमे दर्ज किए गए थे। पहला मुकदमा, GST चोरी। दूसरा मुकदमा, गोल्ड तस्करी का था। एक में जैन को 28 जुलाई को ही जमानत मिल गई थी। दूसरे मुकदमे में पीयूष की जमानत 1 सितंबर को मंजूर हुई थी।
ट्रांसपोर्टर से लिंक के बाद की गई थी कार्रवाई
11 दिसंबर 2021 को DGGI की टीम ने पीयूष जैन के करीबी रिश्तेदार और ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन के गोदाम और कार्यालय पर छापा मारा था। टीम ने कार्रवाई के दौरान कई दस्तावेज जब्त किए थे। प्रवीण जैन के बारे में टीम को जानकारी मिली थी कि वह शिखर पान मसाला के माल परिवहन से जुड़े हैं। विभाग की कार्रवाई पीयूष जैन से मिले लिंक के आधार पर की गई थी।