- अभी तक 1400 से अधिक नागरिकों की मौत हुई है और 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं
- देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और बाढ़ के कारण प्रत्येक सात
US provided USD 56.5 million in aid to Pakistan for flood relief, humanitarian assistance
अमेरिका ने पाकिस्तान को बाढ़ और आपदा में सहयोग के तौर पर इस वर्ष ही 5.30 करोड़ डॉलर से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान की है। व्हाइट हाउस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

नकदी की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान पिछले 30 वर्षों की सबसे भीषण बाढ़ की समस्या का सामना कर रहा है, जिसमें जून के प्रारम्भ से अभी तक 1400 से अधिक नागरिकों की मौत हुई है और 3.30 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
देश का एक तिहाई हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और बाढ़ के कारण प्रत्येक सात में से एक व्यक्ति बुरी तरह प्रभावित है। इस बाढ़ संकट के कारण पाकिस्तान को 12 अरब डॉलर की क्षति होने का अनुमान है तथा 78,000 वर्ग किलोमीटर फसल पानी में डूब चुकी है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन जीन-पियरे ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने बाढ़ और आपदा से निपटने के लिए पाकिस्तान को इस वर्ष 5.31 करोड़ डॉलर से अधिक की सहायता दी है। इसके अलावा अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) तीन लाख लोगों को आश्रय और अन्य घरेलू चीजों की मदद के लिए 41,200 किचेन शीट्स, 1,500 रोल्स प्लास्टिक शीट्स, 35,000 प्लास्टिक के तिरपाल और 8,700 आश्रय संबंधी साजो-सामान की आपूर्त्ति कर रहा है।
पियरे ने कहा कि ‘यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट’ (यूएसआईडी) ने पाकिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने के अमेरिका के प्रयास का नेतृत्व करने के लिए आपदा सहयोग प्रतिक्रिया टीम नियुक्त की है, साथ ही बाढ़ के सार्वजनिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के मद्देनजर ‘सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ (सीडीसी) के तकनीकी विशेषज्ञ भी नियुक्त किये हैं।
जीन-पियरे ने कहा, ‘‘वर्ष 2010 की बाढ़ के समय से ही अमेरिका ने पाकिस्तान में बाढ़ संकट से बचाव की तैयारियों तथा आपदा जोखिम कम करने में भरपूर सहयोग किया है, ताकि वहां के लोग आपदा का सामना करने में सक्षम हो सकें।’’
इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि पाकिस्तान में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए हालिया अपील के जवाब में 15 करोड़ डॉलर के सहयोग का संकल्प अभी तक किया जा चुका है, लेकिन फिलहाल 3.80 करोड़ डॉलर का सहयोग ही अभी तक प्राप्त हो सका है।