सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। सूडान में दोनों गुटों ने सोमवार को अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा मध्यस्थता के बाद 72 घंटे के युद्धविराम के लिए सहमति व्यक्त की थी। इसके बाद सभी देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने में जुट गए थे।
The batch of Indian nationals evacuated from Sudan who landed in Delhi heaved a sigh of relief after returning to their homeland
संकट के बीच सूडान से 360 भारतीयों का पहला जत्था ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, भारत आपनों की वापसी का स्वागत करता है। इससे पहले सूडान में फंसे 297 भारतीयों को लेकर आईएनए तेग भी रवाना हो चुका है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि जेद्दा के रास्ते में फंसे भारतीयों का यह पांचवां बैच है।
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच युद्ध जैसे हालात हैं। सूडान में दोनों गुटों ने सोमवार को अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा मध्यस्थता के बाद 72 घंटे के युद्धविराम के लिए सहमति व्यक्त की थी। इसके बाद सभी देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने में जुट गए थे।
सूडान में फंसे लोगों को जेद्दा तक लाया जा रहा है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इससे पहले ट्वीट किया, “सूडान बंदरगाह से ऑपरेशन कावेरी के तहत पहला IAF C-130J विमान 148 भारतीयों को लेकर जेद्दा पहुंचा। सूडान में जो लोग फंसे हैं उनमें भारी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। जेद्दा से बाद लोगों को भारत रवाना किया जा रहा है। ‘ऑपरेशन कावेरी’ सूडान से फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए सरकार द्वारा शुरू किया गया एक बचाव अभियान है।