
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने 20 जुलाई से और अधिक मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। पीडीएमए ने अगले 24 घंटों में कालाबाग और चश्मा में सिंधु नदी में उच्च-स्तरीय बाढ़ की चेतावनी भी दी है।
Rains wreak havoc in Pakistan’s Punjab, over 70 dead in past 48 hours
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मॉनसून की बारिश ने भारी तबाही मचाई है। शुक्रवार को 10 और लोगों की मौत के साथ, पिछले 48 घंटों में प्रांत में बारिश से संबंधित हादसों में 71 लोगों की जान चली गई।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ‘डॉन’ ने प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के हवाले से बताया कि 25 जून से अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है और 462 लोग घायल हुए हैं। इस दौरान रिकॉर्ड बारिश से बाढ़ की स्थिति हो गई, जिससे आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए। पीडीएमए के अनुसार, पिछले दो दिनों में ही 71 मौतें दर्ज की गईं।
शुक्रवार को लाहौर और चिनिओत में तीन-तीन, ओकारा में दो, और चकवाल और सरगोधा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। चकवाल में दो लोग तेज धाराओं में बह गए, जिनके शव शुक्रवार को बरामद किए गए, जबकि एक व्यक्ति भारी बारिश के कारण छत ढहने से मलबे में दबकर मर गया। चकवाल प्रांत के सबसे प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा, जहां पिछले तीन दिनों में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई।
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने 20 जुलाई से और अधिक मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। पीडीएमए ने अगले 24 घंटों में कालाबाग और चश्मा में सिंधु नदी में उच्च-स्तरीय बाढ़ की चेतावनी भी दी है। प्रशासन को सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य जोर-शोर से चल रहे हैं। पीडीएमए के महानिदेशक इरफान अली काठिया ने बताया कि पोथोहार क्षेत्र में 1 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें झेलम में 398, चकवाल में 209 और रावलपिंडी में 450 लोग शामिल हैं। रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता फारूक अहमद के अनुसार, चकवाल में भारी बारिश के कारण हुए हादसों में तीन लोगों की जान चली गई।
पिछले तीन दिनों में रिकॉर्ड बारिश के कारण यह जिला सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज शरीफ शनिवार को जिले का दौरा कर सकती हैं।