नेपाल में भूकंप से भीषण तबाही मची है। शुक्रवार देर रात आए 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गई हैं। 129 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी मौतों के आंकड़े बढ़ सकते हैं।
Nepal devestated by strong Earthquake. Over 129 dead many injured
नेपाल में शुक्रवार आधी रात को आए 5.6 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 129 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के हवाले से बताया कि स्थानीय समयानुसार शनिवार (1802 जीएमटी शुक्रवार) सुबह करीब 2:02 बजे पश्चिमी जाजरकोट जिले में 18 किमी की गहराई पर भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 मापी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से रुकुम जिले में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई और पड़ोसी जाजरकोट जिले में 34 अन्य की मौत हो गई। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप में जान-माल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया और सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में तत्काल बचाव और राहत कार्यों का आदेश दिया। बता दें कि 2015 में आये 7.8 तीव्रता के भूकंप में लगभग 9,000 लोग मारे गए थे और पहाड़ी देश में पांच लाख से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए थे।
तेज भूकंप का असर भारत में देखने को मिला है। इसके झटके पूरे उत्तर भारत से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए।हालांकि, कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।
नेपाल में पिछले एक महीने में तीसरा बार भूकंप
बता दें कि नेपाल में पिछले एक महीने में तीसरी बार तेज भूकंप आया है. पिछले महीने दोपहर 2 बजकर 51 मिनट पर आए 6.2 तीव्रता वाले भूकंप ने जो तबाही मचाई थी, उसकी भरपाई अभी तक नहीं हो पाई थी कि 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप ने एक बार फिर नेपाल में कहर बरपा दी. नेपाल में 6.3 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र बझांग इलाके के चैनपुर में था.
नेपाल में भूकंप के कारण भूस्खलन और मकान गिरने और दरकने की कई घटनाएं हुईं. गनीमत ये रही कि बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान समेत पूरे उत्तर भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.