आमतौर पर डेंगू का मच्छर जुलाई से अक्टूबर के बीच ज्यादा तेजी से पनपता है। इस बार बारिश में गंगा, यमुना समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़कर बाढ़ के हालात बने। इससे मच्छरों को पनपने का मौका मिला।
Shadow of dengue on Uttar Pradesh too, dangerous variant Den-2 strain found in Noida-Ghaziabad
उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन अगर बात करें यूपी के शो विंडो नोएडा और गाजियाबाद की तो यहां पर भी मामले बढ़ते जा रहे हैं। सबसे चिंता की बात है की इन दोनों ही जिलों में डेंगू का नया स्ट्रेन डेन – 2 पाया गया है, जो बाकी स्ट्रेन के मुकाबले घातक होता है।
आमतौर पर डेंगू का मच्छर जुलाई से अक्टूबर के बीच ज्यादा तेजी से पनपता है। इस बार बारिश में गंगा, यमुना समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़कर बाढ़ के हालात बने। इससे मच्छरों को पनपने का मौका मिला। पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चार गुना ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं।
इसी हफ्ते प्रदेश में हुई भारी बारिश से डेंगू के एडीज मच्छर (एशियन टाइगर) के लिए माहौल और मुफीद हो गया है। डॉक्टर कह रहे हैं कि इस बारिश से डेंगू के मामले सर्दियां शुरू होने के बाद तक आ सकते हैं। जिन जगहों पर बारिश में पानी जमा हुआ है, वहां पर ज्यादा सावधानी की जरूरत है। जोड़ों में दर्द की वजह से आम बोलचाल की भाषा में डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है, क्योंकि इसके कारण शरीर व जोड़ों में बहुत दर्द होता है।
डेंगू मच्छर के काटने के करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार बुखार नहीं भी आ रहा है। डेंगू का सबसे अहम लक्षण बुखार है, जो 4 से 10 दिन तक रह सकता है। ये पेशेंट की उम्र, जेंडर, इम्यूनिटी और मेडिकल कंडिशन पर भी डिपेंड करता है। यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। इसलिए शहरों में पानी भरने पर डेंगू के मामले तेजी से फैलते हैं।