पुलिस की कुर्सी पर बैठे अपराधी का नाम अशोक दुबे है। दावा किया जा रहा है कि अपराधी अशोक दुबे पनकी थाने में पुलिस की कुर्सी पर बैठकर दो पक्षों के बीच विवाद को सुन रहा था।
Uttar Pradesh | The Most Wanted criminal sitting on the police chair in the police station was seen to make an agreement between the two parties
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बदमाशों को सजा देने की बात करती है। अपराधियों को ठिकाने लगाने की बातें करती सरकार नहीं थकती। लेकिन उसी योगी सरकार के राज में एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखर हर कोई दंग है। यह वीडियो कानपुर का है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मोस्ट वांटेड अपराधी अशोक दुबे एक थाने में पुलिस की कुर्सी पर बैठा दो पक्षों के बीच फैसला करवाता दिखाई दे रहा है।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो पनकी थाने का है। पुलिस की कुर्सी पर बैठे अपराधी का नाम अशोक दुबे है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो में अपराधी अशोक दुबे पनकी थाने में पुलिस की कुर्सी पर बैठकर दो पक्षों के बीच विवाद को सुन रहा है। यही नहीं वह इस पर अपना फैसला भी सुना रहा है। गौर करने वाली बात यह है कि ठीक उसके बगल वाली कुर्सी पर एक पुलिस कर्मी भी बैठा है। बावजूद इसके अशोक दुबे ही दोनों पक्षों के बीच मामले को सुलझाता दिखाई दे रहा है।
अशोक दुबे के खिलाफ 15 आपराधिक मामले दर्ज हैं। अशोक दुबे पूर्व पार्षद भी रह चुका है। साल 2006 से अब तक उस पर धोखाधड़ी, लूट, हत्या का प्रयास और घर में घुसकर मारपीट करने जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। अशोक दुबे की पत्नी भी पार्षद रह चुकी है। इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य की योगी सरकार की पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर कोई अपराधी पुलिस थाने में पुलिस के रहते हुए पुलिस की कुर्सी पर बैठक कैसे दो पक्षों के मामले सुन सकता है?
उधर, वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। आनन फानन में पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि वीडियो को कानपुर पुलिस ने संज्ञान में ले लिया है। मामले की जांच की जा रही है।