एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेताओं ने कस्बे में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और वहां शांति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
Uproar during the demonstration of Hindu organizations in Kolhapur, police lathicharged, released teargas shells
महाराष्ट्र के तत्कालीन शाही शहर कोल्हापुर में मुगल बादशाह औरंगजेब और मैसूर के राजा टीपू सुल्तान की प्रशंसा के खिलाफ बुधवार को कुछ हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन और बंद का आह्वान किया गया था। इस प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया और पथराव भी किया और कई वाहनों को पलट दिया। विरोध को उग्र होते देख स्थानीय दुकानदारों ने दुकानों के शटर गिरा दिए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर औरंगजेब और टीपू सुल्तान की कथित प्रशंसा के पोस्ट, अहमदनगर में पोस्टर लहराने और इस तरह की अन्य छिटपुट घटनाओं के विरोध में कई हिंदू समूहों और संगठनों ने आज ‘कोल्हापुर बंद’ का आह्वान किया था। पुलिस ने कहा कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बंद के बाद लौट रहे थे, तभी उन पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद दोनों ओर से पथराव और तोड़फोड़ होने लगा, जिससे माहौल बिगड़ गया। हालात को देखते हुए कोल्हापुर में विशेष रूप से संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और अन्य बलों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
घटना के वीडियो में पुलिस को प्रदर्शनकारियों का पीछा करते, एक स्थान पर भीड़ को पीटते और बाद में कई प्रदर्शनकारियों को पकड़ते और हिरासत में लेते देखा गया। पुलिस ने अब तक 21 लोगों को हिरासत में लिया है। स्थानीय प्रशासन को स्थिति को नियंत्रण में लाने और प्राथमिकता पर कोल्हापुर में शांति बहाल करने के आदेश दिए गए हैं, जिसके बाद कस्बे में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। शिंदे ने कहा, मैं स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूं। मैं लोगों से संयम बनाए रखने और कानून को अपने हाथ में नहीं लेने का आग्रह करता हूं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोल्हापुर में कानून व्यवस्था बनी रहे।
वहीं फडणवीस ने साजिश की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं। हम औरंगजेब के महिमामंडन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्य है। कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर और शंभुराज देसाई ने कहा कि कुछ राजनीतिक तत्व जानबूझकर राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
इधर विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेताओं ने कस्बे में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और वहां शांति बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।