जम्मू-कश्मीर के डीजीपी हेमंत कुमार लोहिया की हत्या बेहद बेरहमी से की गई। हत्यारे ने गला रेता बल्कि कांच की टूटी बोतल से कई वार किए। उसने शरीर पर केरोसिन छिड़क कर जलाने की भी कोशिश की।
Terrorist organization TRF took responsibility for the murder of DG hemant k lohia Jail of Jammu and Kashmir by slitting his throat
गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बीच जम्मू-कश्मीर में देर रात बड़ी घटना सामने आई है। जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल हेमंत लोहिया की उनके घर पर हत्या कर दी गई। उनकी गल रेतकर हत्या की गई। वह घर में लहूलुहान हालत में पाए गए थे। घटना के बाद से उनका नौकर फरार बताया जा रहा है। पुलिस को फिलहाल उसी पर शक है। इतना ही नहीं उनके शरीर पर भी चोट के निशान मिले हैं। इस घटना के बाद से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। आतंकी संगठन TRF ने एचके लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है। देर रात एडीजीपी मुकेश सिंह, एडीजीपी आलोक कुमार, डीआईजी विवेक गुप्ता समेत अन्य आला अफसर भी मौके पर पहुंचे।
सुरक्षा एजेंसियों में मचा हड़कंप
डीजी जेल हेमंत लोहिया की हत्या के बाद उनका नौकर फरार है। पुलिस उसी पर शक जता रही है। डीजी जेल की हत्या के बाद से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। क्राइम ब्रांच के साथ ही फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई है। घटना की जांच की जा रही है। उनके बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जम्मू के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है।
शव को जलाने की कोशिश की गई
डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि नौकर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। दिलबाग सिंह ने बताया कि आरोपी ने हेमंत के लोहिया के शव को जलाने की कोशिश की। हत्या को लेकर पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और मामले में जांच शुरू कर दी।
कांच की टूटी बोतल से पेट-बाजू पर किए वार
पुलिस के मुताबिक, घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पहले लोहिया की हत्या की गई। उनका गला काटने के लिए केचप की बोतल का इस्तेमाल किया गया। कांच की टूटी बोतल से पेट और बाजू पर कई वार किए। वह घर में लहूलुहान हालत में पाए गए थे।
फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर मौजूद
जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि हेमंत लोहिया डीजी जेल का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। घटना स्थल की पहली जांच में यह हत्या का संदेहास्पद मामला लग रहा है। अधिकारी की घरेलू नौकर फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। फोरेंसिक टीम और क्राइम टीम मौके जांच पड़ताल कर रही है।
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे लोहिया
पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल मुकेश सिंह ने डीजी जेल की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस परिवार अपने वरिष्ठ अधिकारी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करता है। साल 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया काफी लंबे समय तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहने के बाद फरवरी 2022 में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर जम्मू-कश्मीर लौट आए थे। वे होमगार्ड्स/नागरिक रक्षा/राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) में कमांडेंट जनरल के रूप में तैनात थे।