रात लगभग 11 बजे हॉस्पिटल के डायलिसिस सेंटर में आग लगी और देखते-देखते धुआं कई वार्डों में फैल गया। डायलिसिस सेंटर के पास ही गाइनी वार्ड में 15 से 20 महिलाएं भर्ती थीं, जबकि नियो नेटाल केयर यूनिट और एनआईसीयू और एसएनसीयू में दो दर्जन बच्चे भर्ती थे।
Jharkhand | Fire broke out in Dhanbad Medical College, smoke spread in many wards, newborn died
धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में शुक्रवार देर रात भीषण आग लग गई। राहत की बात यह रही कि अफरा-तफरी के बीच मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फायर ब्रिगेड ने रात करीब एक बजे आग पर काबू पा लिया।
रात लगभग 11 बजे हॉस्पिटल के डायलिसिस सेंटर में आग लगी और देखते-देखते धुआं कई वार्डों में फैल गया। डायलिसिस सेंटर के पास ही गाइनी वार्ड में 15 से 20 महिलाएं भर्ती थीं, जबकि नियो नेटाल केयर यूनिट और एनआईसीयू व एसएनसीयू में दो दर्जन बच्चे भर्ती थे। उन्हें भगदड़ के बीच परिजन बाहर निकालने में सफल रहे। कई मरीजों को ग्रिल तोड़कर बाहर निकाला गया।
मेडिसिन, आई एंड ईएनटी, ऑर्थोपेडिक्स और दूसरे विभागों में भी धुआं फैला। हर तरफ चीख-पुकार मच गई। मरीज और कर्मचारी इधर-उधर भागने लगे। हॉस्पिटल में करीब 400 मरीज भर्ती थे। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया।
हादसे की सूचना मिलते ही सरायढेला थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। जवानों ने अस्पताल में तैनात कर्मियों के साथ मिलकर कई मरीजों और उनके परिजनों को बाहर निकाला। करीब दो घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका।
अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर ज्योति रंजन प्रसाद ने कहा है कि सभी मरीज सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। एसडीएम उदय रजक और एसपी सिटी भी देर रात मौके पर पहुंचे। आग कैसे लगी, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी।
बता दें कि पिछले साल 28 जनवरी को धनबाद के एक निजी हॉस्पिटल हाजरा क्लीनिक में भी आग लग गई थी। इसमें डॉक्टर दंपति समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके तीन दिनों बाद 31 जनवरी को धनबाद के आशीर्वाद अपाॅर्टमेंट में आग लग गई थी, इसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी।