हत्याकांड में पार्टी नेता के भाई गुलाम हसन का नाम आने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष को सफाई देनी पड़ी है। बीजेपी जिलाध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि गुलाम को पार्टी से हटाया जा चुका है। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई पत्र जारी नहीं हुआ है।
BJP leader’s brother’s name came up in Umesh Pal murder case, police registered case and started search
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हुई दिनदहाड़े हत्या में माफिया डॉन अतीक अहमद और उनके भाई समेर लगभग पूरे परिवार को आरोपी बनाया गया है और उन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है, जिससे प्रदेश की भाजपा सरकार ही सवालों में आ गई है।
दरअसल उमेश पाल हत्याकांड में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्य्क्ष राहिल हसन के भाई गुलाम हसन का नाम सामने आया है। हसन का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ नामजद केस दर्ज कर लिया है। इस हत्याकांड में गुलाम हसन का नाम आने के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष को सफाई देनी पड़ी है। बीजेपी जिलाध्यक्ष गणेश केसरवानी ने कहा कि गुलाम को पार्टी से हटाया जा चुका है। हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई पत्र जारी नहीं हुआ है।
बता दें कि बीएसपी के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर संदीप निषाद पर शुक्रवार को घात लगाए बदमाशों ने गोलियों और बमों की बैछार कर दिया था। बेखौफ बदमाश उमेश के घर के पास की दुकान पर पहले से इंतजार कर रहे थे। उमेश जैसे ही गाड़ी से उतरे बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। साथ मौजूद गार्ड संदीप निषाद मे बचान की कोशिश की तो उसे भी गोली मार दी गई। इस वारदात में दोनों की मौत हो गई है।
उमेश पाल हाल ही में भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल और सिद्धार्थ नाथ सिंह से काफी नजदीकी संबंध थे। उमेश पाल की हत्या के बाद परिवार में कोहराम मचा है। परिवार की शिकायत है कि जो नेता उमेश पाल से मिलने रोज आते थे, वो अब दिखाई नहीं दे रहे। हालांकि, स्थानीय विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह कांड के दो दिन बाद रविवार को सांत्वना देने पहुंचे।
इस बीच यूपी पुलिस ने उमेश की हत्या की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है। जांच में शामिल एसटीएफ के मामले में माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, अतीक के भाई अशरफ और गुलाम हसन के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों समेत 14 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले रखा है। प्रयागराज पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं।