अतीक अहमद पर कोर्ट के बाहर वकीलों ने जूते भी फेंके और साथ ही नारेबाजी भी की। वकीलों के गुस्से को देखते हुए अतीक और अशरफ को आरएफ की सुरक्षा के बीच सुरक्षित निकाला गया। पुलिस दोनों को एक ही कैदी वैन में बैठाकर नैनी सेंट्रल जेल ले गई।
Atiq fainted crying on the news of his son’s death, slogans of Yogi Zindabad were raised in the court
उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद के लिए गुरुवार का दिन बहुत भारी साबित हुआ है। एक तरफ जहां उसे उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे और उसके भाई को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। वहीं दूसरी तरफ जिस समय कोर्ट में उसकी पेशी हो रही थी, ठीक उसी समय यूपी एसटीएफ ने उसके बेटे असद को झांसी में एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया।
जमीन पर बैठकर रोने लगा अतीक
बेटे असद की मौत की खबर सुनते ही अतीक टूट गया और कोर्ट में जमीन पर बैठकर फूट-फूट कर रोने लगा। वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बेटे असद के एनकाउंटर की खबर सुनते ही माफिया अतीक अहमद कोर्ट रूम में ही फूट फूटकर रोने लगा। अतीक खुद को नहीं संभाल पा रहा था और वहीं जमीन पर बैठ गया। इस दौरान वह बेहोश भी हो गया। इस दौरान साथ में मौजूद भाई अशरफ ने अतीक को संभाला।
वकीलों ने फेंके जूते, कोर्ट में लगे योगी जिंदाबाद के नारे
कोर्ट में जैसे ही अतीक पर बेटे की एनकाउंटर में मौत का पहाड़ टूटा, वैसे ही कोर्ट रूम में वकील योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इतना ही नहीं, माफिया अतीक अहमद पर कोर्ट के बाहर वकीलों ने जूते भी फेंके और साथ ही नारेबाजी भी की। वकीलों के गुस्से को देखते हुए अतीक और अशरफ को आरएफ की सुरक्षा के बीच सुरक्षित निकाला गया। पुलिस दोनों को एक ही प्रिजन वैन में बैठाकर नैनी सेंट्रल जेल ले गई। अतीक अहमद ने अशरफ को कोर्ट में अपने पास बैठाया और कहा कि अशरफ ने रोजा रखा है।
उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस करेगी पूछताछ
उधर उमेश पाल की पत्नी जया पाल के वकील विक्रम सिन्हा ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश गौतम की अदालत ने अतीक और अशरफ की 14 दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर की है और साथ ही पुलिस रिमांड प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए दोनों को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अब पुलिस अतीक से राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में पूछताछ करेगी।
अतीक अहमद को बुधवार की शाम प्रयागराज लाया गया था। विलंब की वजह से उसे बुधवार को अदालत में पेश नहीं किया जा सका था। बरेली जेल से नैनी जेल लाए गए अतीक के भाई अशरफ को भी इसी मामले में अदालत में पेश किया गया। बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या के प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और 9 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
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