खीरी थाने के एसएचओ ने मारपीट के मामले में दी गई तहरीर पर बिना जांच किए नफीस और शकील के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने जिस नफीस के खिलाफ केस दर्ज किया है, वह रामापुर का रहने वाला था, उसकी 4 साल पहले मौत हो गई थी।
Amazing story of UP police! Case filed against the person who had died 4 years ago
उत्तर प्रदेश पुलिस की लापरवाही के आपने कई किस्से सुने होंगे। अब लखीमपुर खीरी में एक ऐसा मामला सामने जिसके बारे में सुनकर हर कोई दंग है। पुलिस ने एक ऐसे बुजुर्ग पर तमंचा लहराते हुए जमीन कब्जा करने का केस दर्ज किया है, जिसकी चार साल पहले मौत हो चुकी है।
लखीमपुर खीरी के खीरी थाना इलाके के श्यामलाल पुरवा में दो पक्षों के बीच एक धार्मिक स्थल पर दीवार बनाने को लेकर विवाद हो गया। एक पक्ष के अनीश गौरी ने दूसरे पक्ष के शकील और नफीस के खिलाफ पुलिस में एक तहरीर दी, जिसमें कहा गया कि शकील और नफीस ने तमंचा लहराते हुए अनीश गौरी और उसके दोस्तों की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि खीरी थाने के एसएचओ ने इस मामले में दी गई तहरीर पर बिना जांच किए नफीस और शकील के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने जिस नफीस के खिलाफ केस दर्ज किया है, वह रामापुर का रहने वाला था, उसकी 4 साल पहले मौत हो गई थी। जब इस संबंध में नफीस की पत्नी कमरू निशा को पता चला तो वह मामले की शिकायत करने पुलिस कार्यालय पहुंच गई। इस दौरान उसने कार्यालय में मृतक नफीस का मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया।
एएसपी नैपाल सिंह ने कहा कि खीरी थाना इलाके में रहने वाले अनीस अहमद ने एक प्रार्थना दिया था कि उनके साथ मोहल्ले के कुछ लोगों ने मारपीट की है। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर किया था। एएसपी ने कहा कि अगर उसमें कोई नामित व्यक्ति मृत है, तो उसका नाम दर्ज सूची निकाल दिया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।