पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अबतक मामले में 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके हैं। वहीं फरार पुलिसवालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभाग ने 6 टीमें लगा दी है।
Aditynath government on backfoot in custodial death case! 11 policemen suspended, search continues for absconding cops
उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ सरकार की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। पुलिस जो लोगों को सुरक्षा और भरोसा देने की लिए शपथ लेती है, उसी पुलिस को उत्तर प्रदेश में लोगों पर मनमानी करते देखा जा सकता है। ताजा मामला कानपुर का है। जहां एक व्यापारी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। जिसके बाद वबाल बढ़ गया।
इस मामले में पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मामले से संबंधित SOG इंचार्ज प्रशांत गौतम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश के मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है। अबतक मामले में 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड हो चुके हैं। वहीं फरार पुलिसवालों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभाग ने 6 टीमें लगा दी है।
क्या है मामला?
12 दिसंबर को लूट के शक में बलवंत सिंह को शिवली पुलिस ने गिरफ्तार किया जिसके बाद शिवली पुलिस बलवंत को ठाने ले गई। परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने गिरफ्तार बलवंत को कस्टडी में पीटा गया जिसके बाद बलवंत की मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आला अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई के आश्वासन दिए जिसके बाद शव का दाह संस्कार करवाया गया।