
जम्मू में भारी बारिश के बाद की तबाही में अब तक 41 लोगों की जान जा चुकी है। श्राइन बोर्ड ने शवों को उनके परिवारों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है।
India battles monsoon mayhem, J&K death toll rises to 41
जम्मू और कश्मीर: कहीं सड़कें धंस गई, कहीं पुल बह गए तो कहीं गांव के गांव पानी में डूबे हैं। हाल ऐसा कि 115 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से भयानक तबाही मची है। राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं तो लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसी घटनाओं में कइयों की जान चली गई है।
अभी और बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
वहीं वैष्णो देवी तीर्थयात्रा मार्ग पर हुए लैंडस्लाइड में मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ जहां वैष्णो देवी रूट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी तभी अचानक अर्धकुंवारी के पास पहाड़ी से मलबा और बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे जिससे श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। कई श्रद्धालु पत्थर के नीचे दब गए जिससे उनकी मौत हो गई।
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में जम्मू शहर, आरएस पुरा, सांबा, अखनूर, नगरोटा, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर और कठुआ शामिल हैं। इसके अलावा उधमपुर, डोडा, रेयासी, रामबन और पुंछ जिलों में भी भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से नुकसान हुआ है।
IMD का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
माता वैष्णो देवी रूट पर हुए लैंडस्लाइड में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, 23 से ज्यादा लोग जख्मी हैं और परेशानी की बात ये है कि मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
पिछले दो दिन में 41 लोगों की मौत
वहीं पिछले 24 घंटों में जम्मू में 41 लोगों की जान जा चुकी है। वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर फिलहाल हालात गंभीर हैं ऐसे में यात्रा स्थगित कर दी गई है। सेना और CRPF के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। भारी बारिश को देखते हुए सभी स्कूल अगले आदेश तक बंद रखे गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने उमर अब्दुल्ला ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 6 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है। जम्मू में पिछले कई घंटे से भारी बारिश हो रही है जिसके चलते झेलम नदी के साथ-साथ चिनाब और तवी नदियां उफान पर हैं। सैलाब इतना भयंकर है कि गाड़ियों की आवाजाही के बीच पुल धंस जा रहा है। सड़कें जल समाधि ले चुकी हैं और गाड़ियां पानी में तैर रही हैं।
भारी बारिश के बीच रेस्क्यू जारी
- झेलम नदी का वॉटर लेवल खतरे के निशान से ऊपर होने की वजह से दक्षिण कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
- इसके अलावा जम्मू शहर, सांबा, अखनूर, नगरोटा, कठुआ, उधमपुर समेत कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं।
- राहत बचाव में जुटी एजेंसियों ने अभी तक जम्मू में 35 सौ से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।
- पूरे जिले में बचाव शिविर और रिलीफ कैंप बनाए गए हैं।
आज भी भारी बारिश का अलर्ट
जम्मू कश्मीर में इस समय कुदरत कहर बरपा रही है। सैलाबी तबाही की जद में मकान-दुकान, खेत खलिहान सब हैं। परेशानी ये है कि आज भी राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी है और लोगों को बेवजह घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।