संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन संसद की सुरक्षा में चूक हुई है। एक ही समय पर संसद के भीतर और बाहर दो अलग अलग घटनों ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं।
Security breach | What happened at Parliament today?
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी के दिन आज एक बार फिर बहुत बड़ी घटना होने से बच गई। दरअसल, संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक ना सिर्फ भीतर हुई है बल्की संसद के बाहर भी ऐसी ही एक बड़ी घटना हुई है।
एक ओर जहां लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो शख्स (जो बीजेपी सांसद के विजिटर पास पर संसद में आए थे) दर्शकदीर्घा से कूदे। शख्स सदन के अंदर कूड़ा और कुछ गैस सरीखे चीज स्प्रे कर रहे थे। इनके कूदते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया। इस दौरान सांसदों ने दोनों लोगों को पकड़ा इसके बाद उन्हें सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। एक आरोपी का नाम सागर और दूसरे का नाम मनोरंजन बताया जा रहा है।
वहीं इसी दौरान संसद के बाहर यानी ट्रांसपोर्ट भवन के सामने दो प्रदर्शनकारियों, एक पुरुष और एक महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो रंग-बिरंगा धुआं छोड़ने वाली सामग्री के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों को पुलिस पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने लेकर गई है जहां उनसे पूछताछ हो रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम अमोल शिंदे और नीलम बताए जा रहे।
आपको बता दें, जिन दो आरोपी को संसद के भीतर हिरासत में लिए गए हैं उनसे भी दिल्ली पुलिस की आतंकवाद रोधी इकाई विशेष सेल पूछताछ कर रही है।
संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई इन दो घटनों ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए है। हैरानी की बात ये है कि दोनों घटना लगभग एक ही समय पर हुई है। यही वजह है कि टाइमिंग को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा संसद के बाहर हुई घटना में भी आरोपियों ने कलर स्मोग का इस्तेमाल किया, जैसे संसद के भीतर किया गया। इसकी भी जांच की जा रही है।
पुलिस इस बात की भी जांच भी कर रही है कि आखिर उन्हें संसद में जाने के दौरान किसी ने रोका क्यों नहीं, किसनी ने क्यों नहीं उसकी चैकिंग की? उधर सांसद खुद सवाल कर रहे हैं कि जो शख्स जूते के भीतर कलर स्प्रे ला सकता है तो वो बम या कोई जानलेवा हथियार भी ला सकता था।
वहीं जांच इस बात की भी हो रही है कि क्या दोनों घटनाओं का आपस में कोई लिंक है अगर है तो इनकी क्या प्लानिंग थी? इसके तार कहां कहां से जुड़े हैं इस बात की भी पुलिस जांच कर रही है। आखिर इन्हें संसद के भीतर जाने की आज्ञा कैसे मिला?
सदन में सुरक्षा चूक पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ”शून्यकाल के दौरान हुई घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। प्राथमिक जांच के अनुसार यह सिर्फ साधारण धुआं था इसलिए यह धुआं चिंता का विषय नहीं है…”
जो दो लोग कार्यवाही के दौरान लोकसभा में घुसे, उनमें एक का नाम सागर है। सांसद दानिश अली ने बताया कि दोनों लोग मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर लोकसभा विजिटर पास से आए थे।
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर लोकसभा विजिटर पास से आए थे युवक।
