मध्य प्रदेश के सिंगरौली में भाजपा विधायक रामलल्लू वैश्य के बेटे ने एक आदिवासी युवक को गोली मार दी।
Son of BJP MLA Ramlallu Vaish fires shots at tribal in Singrauli, Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं और उनके परिवार पर सत्ता का नशा किस कदर हावी है, इसकी बानगी गुरुवार को एक बार फिर देखने को मिली, जब बीजेपी विधायक के बेटे ने छोटी सी बात पर एक आदिवासी युवक को गोली मार दी। घटना राज्य के सिंगरौली जिले की है।
दरअसल, सिंगरौली में भाजपा विधायक रामलल्लू वैश्य के बेटे ने एक आदिवासी युवक को गोली मार दी। घटना गुरुवार शाम की है। विवेक वैश्य की मोरबा निवासी सूर्य प्रकाश खैरबार से बहस हो गई। इस पर विवेक ने अपनी रिवॉल्वर से सूर्य प्रकाश पर गोली चला दी। पुलिस ने कहा कि आरोपी पर मामला दर्ज किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडीएसपी) शिव कुमार वर्मा ने कहा, उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसके पहले भी विवेक गुंडागर्दी में शामिल रहा है। पिछले साल जुलाई में उस पर वन रक्षकों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार का मामला दर्ज किया गया था।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में “आदिवासियों पर लगातार हमले हो रहे हैं”। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी नेता आदिवासी समुदाय के उत्पीड़न में लगे हुए हैं।
“मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या बीजेपी नेताओं का एकमात्र काम आदिवासियों, दलितों, महिलाओं और सभी समुदाय के लोगों को परेशान करना है। ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाना तो दूर आप अपराधियों को बढ़ावा मिलता हुआ देख रहे हैं। हाल ही में हरदा में सेक्स रैकेट चलाने के दोषी को बीजेपी में शामिल कर आपने यह स्पष्ट कर दिया है कि आप अपराधी बीजेपी बनाने की मुहिम में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। राजपोषित अपराध मध्यप्रदेश के माथे पर कलंक बन गए हैं।”
एक स्थानीय BJP नेता ने आईएएनएस को बताया कि वैश्य अवैध कोयला आपूर्ति और लकड़ी तस्करी में शामिल था, और अपने पिता के प्रभाव का इस्तेमाल करता है और शक्तिशाली लोगों की मदद लेता है।
सिंगरौली स्थित एक बीजेपी नेता ने कहा, “ यह घटना इसलिए सामने आई, क्योंकि उस समय मौके पर बहुत सारे लोग थे। विवेक अक्सर आदिवासियों के बीच आतंक पैदा करता है और उन्हें मारता-पीटता रहता है। उसका एक मजबूत गठजोड़ है, जो अवैध कोयला खनन और लकड़ी तस्करी में शामिल रहा है। अगर वह गिरफ्तार भी हो जाता है, तो उसके पिता उसे जेल से बाहर निकालने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करेंगे, ऐसा कई सालों से हो रहा है।”
यह घटना सीधी जिले में पेशाब मामले के एक महीने बाद सामने आई है। कोयला खदानों का केंद्र सिंगरौली, पहले सीधी जिले का हिस्सा था। 2008 में इसे एक अलग जिला बना दिया गया था।