#देखें_वीडियो | कश्मीर घूमने का मन किसका नहीं करता, लेकिन रास्ते की दुश्वारियों और मुश्किल हालात को देखकर अक्सर लोगों के पांव पीछे खिंच जाते हैं. लेकिन, भारतीय रेलवे ने आपकी इस मुश्किल को आसान कर दिया है और जल्द ही वंदे भारत ट्रेन से कश्मीर तक का शानदार सफर शुरू होने वाला है. यकीन नहीं तो यह वीडियो देख लीजिए.
#WATCH_VIDEO | Vande Bharat train will run till ‘heaven’, a bridge higher than Eiffel Tower is ready, Railway Minister released the journey video
धरती पर ही स्वर्ग का सफर करना हर किसी का सपना है. आपके इस सफर में कभी मौसम तो कभी मिलिटेंट यानी आतंकी रोड़ा बन जाते हैं. लेकिन, भारतीय रेलवे ने ऐसा कारनामा करके दिखाया है कि अब इस सफर में कोई भी बाध आड़े नहीं आएगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि साल के आखिर तक जम्मू से सीधे श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन (Jammu-Srinagar Vande Bharat) दौड़ेगी. रेल मंत्री ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भी बनकर लगभग तैयार है.
कश्मीर जिसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है. खराब मौसम की वजह से सड़क और हवाई मार्ग बंद होने से कई बार देश के अन्य हिस्सों से कटा रह जाता है. भारतीय रेलवे ने इस चुनौती को अब पार कर लिया है और जल्द ही जम्मू से श्रीनगर तक रेलवे लाइन बनकर तैयार हो जाएगी और महज कुछ घंटों में आप खूबसूरत वादियों में होंगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link Project-USBRL) प्रोजेक्ट का काम दिसंबर, 2023 या जनवरी 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद वंदे भारत मेट्रो टेन भी जम्मू से श्रीनगर तक दौड़ाई जाएगी.
रेल मंत्री ने किया सफर
इस प्रोजेक्ट का सबसे मुश्किल काम है चिनाब नदी पर रेलवे पुल बनाना. दरअसल, यह ब्रिज एफिल टॉवर से भी ऊंचा है और दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भी है. इसकी ऊंचाई करीब 359 मीटर है, जबकि एफिल टॉवर की कुल ऊंचाई 330 मीटर है. रेल मंत्री ने ब्रिज का निरीक्षण करने से पहले पूजा भी की और ट्रॉली में बैठकर ब्रिज पार किया. उन्होंने कहा कि इंजीनियर्स को जम्मू में स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी. चिनाब ब्रिज पर ट्रैक बनाने का काम पूरा हो चुका है और अब इलेक्ट्रिफिकेशन और एंटी कॉलिजन सेफ्टी डिवाइस यानी कवच को इंस्टॉल करने का काम चल रहा है.
वैष्णव ने कहा कि कश्मीर घाटी के बडगाम में वंदे भारत एक्सप्रेस टेन के मेंटेनेंस की व्यवस्था की जाएगी. जैसे यह रेल लिंक का काम पूरा होगा, इस ट्रैक पर वंदे भारत ट्रेन दौड़ाना शुरू कर दिया जाएगा. चिनाब पर बना ब्रिज आधे फुटबॉल मैदान के बराबर है और यह गर्व का विषय है. यह हाइली एक्टिव सेस्मिक जोन में बना है, यानी यहां भूकंप का खतरा काफी ज्यादा है. यही कारण है कि ब्रिज को 28 हजार टन स्टील का इस्तेमाल कर बनाया गया है. इसकी कुल लागत करीब 1,486 करोड़ रुपये आई है.
क्यों इतना खास है चिनाब ब्रिज
इस ब्रिज की ऊंचाई करीब 359 मीटर है, जबकि कुल लंबाई 1,315 मीटर है. यह आर्क ब्रिज 17 स्पांस यानी खंबों पर खड़ा है, जिसमें मुख्य स्पान 460 मीटर ऊंचा है. ब्रिज की औसत आयु 120 साल की है और यह 266 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवा को भी झेल सकता है. इस ब्रिज से 100 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन को गुजारा जा सकता है.
जम्मू से श्रीनगर 3.5 घंटे में
रेल मंत्री ने दावा किया है कि एक बार कश्मीर घाटी रेलमार्ग से देश से जुड़ जाएगी तो जम्मू से यहां पहुंचना सबसे आसान ओर तेज हो जाएगा. इस रेल लिंक के जरिये जम्मू से कश्मीर तक महज 3.5 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. इतना ही नहीं कश्मीर से सेब और अन्य एग्री प्रोडक्ट की ढुलाई भी काफी आसान हो जाएगी. चिनाब ब्रिज के पास टूरिज्म स्पॉट विकसित किए जाने पर भी काम चल रहा है.