फर्जी आइडी पर बनाए गए इंस्टाग्राम व वाट्स एप के जरिए लाेगों से नकली नोटों का आर्डर लेकर उनसे भुगतान लेने के बाद उन्हें नकली नोट न भेजकर ठगी करने वाले ठग को साइबर सेल की टीम ने जालौर राजस्थान से गिरफ्तार किया है।
Man accused of defrauding people with offer of fake banknotes held in Rajasthan
फर्जी आई डी इस्टाग्राम पर नकली नोट (चूरन वाले नोट) बेचने वाले एक आरोपी दिल्ली पुलिस-स्पेशल की आईएफएसओ (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशंस) यूनिट ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान बाड़मेर, राजस्थान निवासी मुलाराम (22) के रूप में हुई है। आरोपी इंस्ट्राग्राम पर रुपये लेकर दोगुने नोट देने की बात कर लोगों के साथ ठगी करता था।
इसकी गिरफ्तारी वित्त मंत्रालय, भारत सरकार की गई शिकायत के बाद की गई है। इसके पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल के अलावा 500 के चार नकली नोट, 100 के 731 नकली नोट बरामद हुए। वहीं 500 के दो और 100 के 17 असली नोट मिले। बरामद नकली नोट चूरन वाले थे। आरोपी इनका वीडियो बनाकर इंस्टग्राम पर डालता था। इसको देखकर लोग इसके जाल में फंस जाते थे। इससे पूर्व आरोपी जिगोलो क्लब के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहा था।
आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त प्रशांत पी गौतम ने बताया पिछले माह उनकी टीम को वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के उप-सचिव की ओर से एक शिकायत मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि कोई अज्ञात शख्स इंस्टाग्राम पर आईडी बनाकर लोगों को नकली नोट ऑन लाइन सप्लाई कर रहा है। फौरन इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया।
पोस्ट कर बेचता था नोट
डीसीपी ने बताया कि उसने आरोपी नोटों को भेजने का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड कर देता था। पुलिस ने आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल दो मोबाइल, वीडियोा बनाने में इस्तेमाल माइक, कुछ नकली व कुछ कैश बरामद किया है। आरोपी नकली नोटों का धंधा करने से पूर्व जिगोलो क्लब में शामिल करने के नाम पर नौजवान लडक़ों को ठगी करता था। पुलिस इससे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त प्रशांत पी गौतम ने बताया कि जांच के लिए एसीपी संजीव कुमार, एसआई मनीष, शुभम व अन्यों की टीम का गठन किया गया। आरोपी को पकडऩे के लिए एक नकली ग्राहक का इंतजाम कर आरोपी से इंस्टाग्राम पर संपर्क किया गया। आरोपी ने 3000 रुपये के बदले 6000 रुपये भेजने की बात की। आरोपी द्वारा उपलब्ध कराए गए यूपीआई लिंक पर रुपये भेज दिए गए। आरोपी ने अमेजन के जरिये नकली नोट भेजने की बात की।
लेकिन उसे भनक लग गई कि पुलिस ने उसके लिए जाल बिछाया है। आरोपी फरार हो गया। एक टीम को तुरंत उसकी तलाश में बाड़मेर-राजस्थान भेजा गया। लेकिन आरोपी वहां से फरार हो गया। इसके बाद उसकी लोकेशन तेलंगाना, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की मिली। वह लगातार पुलिस को चकमा देता रहा। कई दिनों की मशक्कत के बाद आरोपी को रानीवाड़ा, जालोर, राजस्थान से दबोच लिया गया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 10वीं तक पढ़ा है। वह ठगी की रकम पांच अलग-अलग खातों में मंगवाता था। यूपीआई से कैश लेने के बाद चूरन वाले नोटों का पार्सल बनाकर कूरियर कर देता था। कूरियर करते समय यह कभी असली पता नहीं लिखवाते थे। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।