केदारनाथ हाईवे पर यात्रा करना इतना खतरनाक है कि यदि कोई पहाड़ी से गिरने वाले बोल्डरों की चपेट में आ जाता है तो उसे बचाना मुश्किल होगा। बावजूद, इसके जिला प्रशासन अभी तक इस डेंजर जोन का ट्रीटमेंट नहीं कर सका है।
Kedarnath Yatra: Bhatwadisain landslide zone can become a hindrance in the journey, stones keep falling without rain
25 अप्रैल को विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान केदार के दर पर मत्था टेकने आएंगे। लेकिन केदारनाथ हाईवे के डेंजर जोन आगामी यात्रा में बाधा बन सकते हैं। क्योंकि रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से मात्र पांच किमी की दूरी पर स्थित भटवाड़ीसैंण लैंडस्लाइड जोन से हमेशा बिना बरसात के ही पत्थर गिरते रहते हैं।
पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के चलते हाईवे किनारे लगाए गए पैराफिट, क्रैश बैरियर और सुरक्षा दीवार टूट गई है। केदारनाथ हाईवे पर यात्रा करना इतना खतरनाक है कि यदि कोई पहाड़ी से गिरने वाले बोल्डरों की चपेट में आ जाता है तो उसे बचाना मुश्किल होगा। बावजूद, इसके जिला प्रशासन अभी तक इस डेंजर जोन का ट्रीटमेंट नहीं कर सका है।
आपको बता दें कि, इस बार 21 अप्रैल को शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ से भगवान केदारनाथ की डोली के रवाना होते ही केदारनाथ धाम की यात्रा का आगाज हो जाएगा। ऐसे में ये डेंजर जोन केदारनाथ यात्रा में बाधक बन सकते हैं। इसके साथ ही कुंड से गुप्तकाशी के बीच का मार्ग भी खस्ताहाल है।
वहीं पूरे मामले में रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि कुंड से गुप्तकाशी सड़क के सुधारीकरण का कार्य शुरू हो गया है, जबकि गुप्तकाशी से गौरीकुंड के बीच उभरे डेंजर जोन का ट्रीटमेंट कराया जाएगा। डीएम ने कहा कि बदरीनाथ हाईवे के खांकरा के पास स्थिति खराब है। यहां पर भी कार्य करवाया जा रहा है, डीएम ने कहा कि यात्रा से पहले सभी मार्गों को ठीक किया जाएगा।
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