रूस और यूक्रेन में जंग के बीच रूसी मिसाइल नाटो देश पोलैंड में गिर गई है। पोलैंड ने दावा किया है कि उसके क्षेत्र में एक रूसी मिसाइल गिरने से दो नागरिकों की मौत हो गई है।
Poland’s foreign ministry confirms Russian-made rocket, landed in its territory, that killed two people, AFP reported
पोलैंड ने मंगलवार को कहा कि उनके देश में रूस में बनी 2 मिसाइलें गिरी हैं। इसकी वजह से 2 लोगों की जान गई। G-20 मीटिंग के बीच पोलैंड के इस आरोप से तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई है। वजह पोलैंड NATO का हिस्सा है। अगर उसके आरोप सही हैं तो संधि के तहत सभी NATO देश मिलकर रूस को जवाब दे सकते हैं।
इधर, रूस ने साफ-साफ इनकार कर दिया है कि उन्होंने पोलैंड में मिसाइलें नहीं दागी हैं। यह साजिश का हिस्सा है। वहीं, G-20 में मौजूद अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने तुरंत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। उन्होंने भी कहा- पोलैंड में रूस की मिसाइलें गिरना संभव नहीं लगता है, लेकिन हम उस दावे की जांच में सहयोग करेंगे, जिसमें पोलैंड कह रहा है कि मिसाइलें रूसी थीं।
रूसी हमलों के बाद पोलैंड ने बुलाई आपात बैठक
पोलैंड के PM माटुस्ज मोराविकी ने मिसाइल गिरने की खबरों के बाद आपात बैठक बुलाई है। सरकार के प्रवक्ता पिओतर मुलर ने कहा कि मामले की जांच जारी है। रूसी राजदूत से भी इस घटना पर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा गया है। उधर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले NATO देश पर हमला गंभीर मामला है। रूस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
व्हाइट हाउस ने कहा कि प्रेसिडेंट बाइडेन ने मामले को लेकर पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ फोन पर बात की है। अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा नाटो भी मामले की जांच कर रहा है।
अमेरिका ने रूस को दी चेतावनी
अमेरिका ने कहा कि वह अपने नाटो मेंबर पोलैंड में मिसाइल गिरने की जांच कर रहा है। इसके साथ ही लगातार पोलिश अधिकारियों के साथ मामले को लेकर बातचीत भी कर रहा है। रूस को चेतावनी भी दी है। नाटो के महासचिव स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि हम नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेंगे।
हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम पोलैंड से आने वाली खबरों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं। हमारी टीम अधिक जानकारी जुटाने के लिए पोलिश सरकार के साथ काम कर रही है।
क्या है नाटो?
NATO का पूरा नाम नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन है। यह यूरोप और उत्तरी अमेरिकी देशों का एक सैन्य और राजनीतिक गठबंधन है। नाटो संधि का आर्टिकल-5 कहता है कि यदि नाटो के किसी भी देश पर हमला होता है, तो नाटो के बाकी मेंबर देश इस हमले को सभी सदस्यों पर हमला मानेंगे। सहयोगी देश की मदद के लिए आगे आएंगे और कार्रवाई करेंगे।
नाटो में अमेरिका, फ्रांस, बेल्जियम, लक्जमर्ग, ब्रिटेन, नीदरलैंड्स, कनाडा, डेनमार्क, पोलैंड, आइसलैंड्स, इटली, नार्वे, पुर्तगाल समेत 30 देश हैं।